छत्तीसगढ़ के दुर्ग सेंट्रल जेल में लूट के आरोपी की तबीयत बिगड़ गई। हालत गंभीर होने पर रायपुर के मेकाहारा अस्पताल गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। इसके पहले आरोपी के परिजनों और करीब 100 ग्रामीणों ने सुपेला थाने में जमकर बवाल किया था। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। परिजनों ने पुलिस पर मारपीट के आरोप लगाए हैं।
दरअसल, लूट के मामले में फरीद नगर स्थित बस्ती से पिंटू नेताम को गिरफ्तार किया गया था। बुधवार को दुर्ग सेंट्रल जेल में आरोपी की तबीयत बिगड़ने पर उसे रायपुर मेकाहारा में भर्ती कराया गया था। उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी। गुरुवार को उसने दम तोड़ा है। ब्रेन स्ट्रोक से जान गई है।
बंदी की मौत के बाद भिलाई नगर CSP सत्य प्रकाश तिवारी ने बताया कि आरोपी पिंटू नेताम 18 अक्टूबर से केंद्रीय जेल दुर्ग में बंद था। उसे पहले से मिर्गी के झटके आने की शिकायत भी थी। गिरफ्तारी के 28 दिन बाद 15 नवंबर को अचानक उसका ब्लड प्रेशर लो हो गया। जिला अस्पताल दुर्ग में एडमिट कराया गया। तबीयत में सुधार के बाद 17 नवंबर को केंद्रीय जेल दुर्ग वापस भेज दिया गया। जेल प्रशासन ने मेकहारा अस्पताल रायपुर में एडमिट कराया। जहां डॉक्टर्स ने ब्रेन स्ट्रोक के कारण उसका ब्लड प्रेशर लो होना और ब्रेन में ऑक्सीजन सप्लाई कम होने के कारण आईसीयू में भर्ती किया। जहां इलाज के दौरान 21नवंबर को उसकी मौत हो गई।
आरोपी पिंटू नेताम के परिजन और बस्ती के लोगों ने थाने का घेराव कर दिया। तीन थानों के टीआई और बड़ी संख्या में पुलिस बल के मौजूद रहने के बाद भी डेरा बस्ती के लोग पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे थे। इस दौरान समझाने के बाद भी जब लोग नहीं माने तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। आरोपी पिंटू नेताम के परिजन और बस्ती के लोगों ने थाने का घेराव कर दिया। तीन थानों के टीआई और बड़ी संख्या में पुलिस बल के मौजूद रहने के बाद भी डेरा बस्ती के लोग पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे थे। इस दौरान समझाने के बाद भी जब लोग नहीं माने तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।