छत्तीसगढ़ की आकर्षी कश्यप ने चेक ओपन इंटरनेशनल चैलेंज में जीता कांस्य पदक
रायपुर, अक्टूबर 2025
भारत की उभरती हुई बैडमिंटन स्टार आकर्षी कश्यप ने एक बार फिर देश और छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है। उन्होंने चेक ओपन इंटरनेशनल चैलेंज 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीतकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई।
यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट चेक गणराज्य में आयोजित हुआ, जिसमें दुनिया के कई शीर्ष खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। आकर्षी ने अपने बेहतरीन खेल, तेज़ प्रतिक्रिया और जबरदस्त जुझारूपन के दम पर सेमीफाइनल तक शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि उन्हें फाइनल में जगह नहीं मिल पाई, लेकिन उन्होंने देश के लिए कांस्य पदक जीतकर गर्व का पल दिया।
🇮🇳 छत्तीसगढ़ की बेटी ने बढ़ाया देश का मान
रायगढ़ (छत्तीसगढ़) की रहने वाली आकर्षी कश्यप भारतीय बैडमिंटन की नई पीढ़ी की प्रमुख चेहरों में से एक हैं। अपनी तेज़ स्मैश और सटीक नेट शॉट्स के लिए मशहूर आकर्षी पहले भी सायद मोदी इंटरनेशनल, इंडिया ओपन सुपर सीरीज़, और साउथ एशियन गेम्स जैसे टूर्नामेंट्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
उनकी यह जीत इस बात का प्रमाण है कि देश के छोटे राज्यों से भी खिलाड़ी अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बना रहे हैं।
🗣️ सोशल मीडिया पर जश्न – “छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी, मेडल लायें – अब गांव-मोहल्ला में नौकरी मिलबो करे हा!”
आकर्षी की इस उपलब्धि के बाद सोशल मीडिया पर बधाइयों की बाढ़ आ गई है। छत्तीसगढ़ के खेलप्रेमी और स्थानीय युवाओं ने उनकी सफलता पर गर्व जताते हुए कहा —
“छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी जब विदेश में मेडल लातें हैं, तब पूरा प्रदेश गर्व से भर जाता है। अब सरकार को भी चाहिए कि इन खिलाड़ियों को पहचान और नौकरी का मौका दे।”
🎯 लगातार अंतरराष्ट्रीय सफलता की ओर कदम
आकर्षी कश्यप ने पिछले कुछ वर्षों में कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में शानदार प्रदर्शन किया है। कोचों और खेल विशेषज्ञों का मानना है कि अगर उन्हें और बेहतर ट्रेनिंग और प्रायोजन (स्पॉन्सरशिप) मिले, तो वह आने वाले वर्षों में ओलंपिक पदक की दावेदार बन सकती हैं।
🏆 राज्य सरकार से बढ़ती उम्मीदें
छत्तीसगढ़ के खेल विभाग और अधिकारियों ने आकर्षी को बधाई दी है। सूत्रों के अनुसार, सरकार जल्द ही उन्हें विशेष खेल प्रोत्साहन राशि और सरकारी नौकरी देने पर विचार कर सकती है।
उनकी यह सफलता न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह इस बात का उदाहरण भी है कि मेहनत और संकल्प के साथ छत्तीसगढ़ के युवा अब विश्व मंच पर भी अपनी पहचान बना रहे हैं।
