छत्तीसगढ़ के 14 नगर निगमों में आरक्षण प्रक्रिया पूरी हो गई है, और इस बार 5 नगर निगमों में महिला मेयर चुनी जाएंगी। रायपुर नगर निगम में सामान्य वर्ग की महिला मेयर का चुनाव लड़ा जाएगा, जबकि कोरबा और बीरगांव सीटें भी सामान्य महिला वर्ग के लिए आरक्षित हो गई हैं। नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने आरक्षण प्रक्रिया पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि अगर किसी चीज को शिद्दत से चाहा जाए, तो पूरी कायनात उसे पूरा करने में जुट जाती है।
आरक्षण प्रक्रिया के तहत प्रदेश के सभी 14 नगर निगमों में महापौर के पद के लिए आरक्षण लॉटरी द्वारा निर्धारित किया गया। यह प्रक्रिया रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में संपन्न हुई। आरक्षण प्रक्रिया में सबसे बड़ी बात यह है कि रायपुर नगर निगम में इस बार सामान्य वर्ग की महिला मेयर का चुनाव होगा, जो भाजपा के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।
नगर निगमों में आरक्षण के तहत महापौर पद की सूची इस प्रकार है:
- रायपुर – सामान्य महिला
- बीरगांव – सामान्य महिला
- दुर्ग – ओबीसी महिला
- भिलाई – ओबीसी
- भिलाई चरौदा – ओबीसी
- बिलासपुर – ओबीसी
- कोरबा – सामान्य महिला
- धमतरी – सामान्य
- रायगढ़ – SC
- अंबिकापुर – ST
- रिसाली – SC महिला
- चिरमिरी – सामान्य
- जगदलपुर – सामान्य
- राजनांदगांव – सामान्य
आरक्षण प्रक्रिया के दौरान भाजपा और कांग्रेस ने अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं, खासकर रायपुर नगर निगम के आरक्षण को लेकर। भाजपा नेता प्रफुल्ल विश्वकर्मा ने सवाल उठाया कि सभी नगर निगमों में आरक्षण नियमों का पालन ठीक से नहीं किया जा रहा है।
इस आरक्षण प्रक्रिया को लेकर प्रदेशभर में चर्चाएँ तेज हो गई हैं, और आगामी नगर निगम चुनावों में महिला उम्मीदवारों के लिए यह एक महत्वपूर्ण बदलाव साबित हो सकता है।