बांग्लादेश में लगातार तीसरे दिन हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आईं। बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान के घर में तोड़फोड़ के बाद प्रदर्शनकारियों ने शेख हसीना की पार्टी, अवामी लीग के नेताओं के घरों को देश भर में आग लगा दी। करीब दो दर्जन जिलों में मुजीबुर्रहमान के भित्तिचित्रों को भी विकृत किया गया।
अंतरिम सरकार ने इन घटनाओं पर चिंता जताई और कहा कि यह सब शेख हसीना के लाइव ऑनलाइन संबोधन के बाद हुआ, जिसमें उन्होंने अपने समर्थकों से बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के खिलाफ खड़ा होने का आह्वान किया था। इसके बाद शुक्रवार को ढाका के बनानी में अवामी लीग के प्रेसिडियम सदस्य शेख सेलिम के घर में आग लगा दी गई। बेकाबू भीड़ ने जब घर को फूंकने की कोशिश की, तो फायर सर्विस वाहनों को मौके पर पहुंचने से रोका गया। इसके अलावा, ओबैदुल कादर और शहरबीर आलम जैसे अन्य नेताओं के घरों पर भी हमले किए गए और उन्हें आग के हवाले कर दिया गया।
भारत ने इस हिंसा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बांग्लादेश से अपील की कि वह शेख हसीना को देश में रहते हुए झूठी और मनगढ़ंत टिप्पणियां करने से रोके। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने इस मामले में भारत से विरोध पत्र भी सौंपा है।
भारत के विदेश मंत्रालय ने शेख मुजीबुर्रहमान के घर को नष्ट करने को बर्बरता की कार्रवाई बताते हुए इसे अफसोसजनक करार दिया है। वहीं, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने ऐसी गतिविधियों को सख्ती से रोकने की बात कही है।
बांग्लादेश में पुलिस ने देशद्रोह के आरोप में मशहूर अभिनेत्री मेहर अफरोज शॉन को भी गिरफ्तार किया है, जिन्हें ढाका की मेट्रोपोलिटिन पुलिस ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया।