दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की 27 साल बाद वापसी हुई है। चुनाव आयोग के अनुसार, भाजपा ने 1 सीट पर जीत दर्ज की और 46 सीटों पर बढ़त बनाई है, कुल मिलाकर भाजपा के पास 47 सीटें हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी एक सीट जीती है और 22 सीटों पर आगे चल रही है, जिससे कुल सीटों की संख्या 23 हो गई है। कांग्रेस इस बार भी खाली हाथ रही और एक भी सीट नहीं जीत सकी।
इस चुनावी बदलाव में AAP के प्रमुख नेता अरविंद केजरीवाल 3182 वोटों से नई दिल्ली और सिसोदिया 600 वोटों से जंगपुरा सीट से हार गए, जबकि मुख्यमंत्री आतिशी 900 वोटों से कालकाजी सीट पर जीत गईं। सत्येंद्र जैन, सोमनाथ भारती और सौरभ भारद्वाज भी पिछड़ते हुए नजर आ रहे हैं।
इस बीच, भाजपा के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा, जिन्होंने केजरीवाल को हराया, अमित शाह से मिलने के लिए पहुंचे। दिल्ली में भाजपा मुख्यालय पर जश्न का माहौल है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 7 बजे पार्टी हेडक्वार्टर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने पहुंचेंगे।
2020 के मुकाबले भाजपा को इस चुनाव में 40 सीटों का फायदा हुआ है, जबकि AAP को 40 सीटों का नुकसान झेलना पड़ा है। कांग्रेस का प्रदर्शन इस बार भी निराशाजनक रहा।