छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में 11 साल बाद नवंबर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सरगुजा, बलरामपुर, सूरजपुर सहित सभी 6 जिलों में अगले चार दिन शीतलहर की चेतावनी है। अमूमन दिसंबर के पहले सप्ताह में शीतलहर जैसे हालात बनते हैं। लेकिन इस बार सर्द हवाओं के जल्दी आने के कारण नवंबर में ही पारा तेजी से लुढ़कने लगा है। 6.2 डिग्री के साथ मैनपाट बुधवार को सबसे ठंडा रहा। वहीं दुर्ग संभाग के जिलों में भी रात का तापमान 15 डिग्री से कम बना हुआ है। दुर्ग में बुधवार को रात का पारा 13.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 4 डिग्री कम था।
प्रदेश के सभी संभागों में सरगुजा संभाग सबसे ठंडा है। सरगुजा जिले में न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री रहा। वहीं बलरामपुर में रात का पारा 9.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। कोरिया में 12.8, सूरजपुर में 11.1, जशपुर में 12.1 डिग्री न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया। बस्तर संभाग में भी ठंड बढ़ती जा रही है। बस्तर में टेंपरेचर 13.6, सुकमा 15.4, दंतेवाड़ा 12.9, बीजापुर 14.5, नारायणपुर 10.7 और कांकेर में 17 डिग्री तक न्यूनतम तापमान पहुंच गया है।
मौसम वैज्ञानिक एएम भट्ट के मुताबिक समुद्रीय हवाओं के साथ आने वाली नमी रुकी हुई है। इस कारण शीतलहरों के हालात बन रहे हैं, जिससे कड़ाके की ठंड पड़ रही है। फिलहाल ठंड से राहत की उम्मीद नहीं है। सर्द हवाओं के आने का सिलसिला अभी जारी रहेगा। पाट से लेकर मैदानी इलाकों तक कड़ाके की ठंड पड़ती रहेगी।