इस्लामाबाद 15 अप्रैल 2022: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शहबाज सरकार की परमाणु संपत्ति की रक्षा करने की क्षमता पर संदेह जताया है। इमरान खान ने दावा किया है कि शहबाज शरीफ की सरकार में पाकिस्तान के परमाणु हथियार सुरक्षित नहीं हैं। जिसके बाद पलटवार करते हुए पाकिस्तानी सेना ने इमरान खान के दावे को खारिज कर दिया है। इमरान खान को पिछले शनिवार को नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव हारने के बाद अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। जिसके बाद शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। तभी से इमरान खान शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।
बुधवार को पेशावर में एक रोड शो के दौरान इमरान खान ने शहबाज शरीफ सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि क्या पाकिस्तान के परमाणु हथियार लुटेरों और चोरों के हाथ में सुरक्षित हैं, जिसके बाद डैमेज कंट्रोल में उतरी पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग इंटर सर्विजेस पब्लिक रिलेशन के डीजी मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने इमरान खान के आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार किसी एक आदमी की जागीर नहीं हैं। हमारे परमाणु कार्यक्रम को कोई भी खतरा नहीं है और हमें इसे नहीं उठाना चाहिए।
इमरान खान ने अपने भाषण में कहा था कि वह देश के एस्टेब्लिशमेंट (पाकिस्तानी सेना) से पूछना चाहते हैं कि क्या साजिश के तहत सत्ता में लाए गए लोग देश के परमाणु कार्यक्रम की रक्षा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिस साजिश की तहत इन लोगों को सत्ता में लाया गया, मैं अपने संस्थानों से पूछना चाहता हूं कि क्या हमारा परमाणु कार्यक्रम उनके हाथों में है, क्या वे इसकी रक्षा कर सकते हैं।