नई दिल्ली 15 अप्रैल 2022 : केंद्र सरकार ने केंद्रीय विद्यालयों में दाखिले के लिए सांसदों को मिलने वाले 10 सीटों के कोटे पर फिलहाल रोक लगा दी है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का कोटा पिछले साल ही खत्म किया जा चुका है। इसके तहत 450 विद्यार्थियों को दाखिला देने की व्यवस्था थी।
सूत्रों का कहना है कि सरकार मामले पर एक समिति गठित कर इसे तर्कसंगत बनाने के उपाय करेगी। इसलिए सांसदों के कोटे पर रोक लगा दी गई है। आगे कोटा बहाल होगा या खत्म हो जाएगा कहना मुश्किल है। केवी में कुछ संस्थाओं, पदाधिकारियों के भी प्रवेश कोटे है, वे भी फिलहाल स्थगित रहेंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा कई सांसदों को यह जानकारी दी गई है कि वे कोटे के तहत दाखिले की सिफारिश न भेजें। मामले पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि क्या हम अपने अधिकार का प्रयोग कुछ लोगों के लिए करेंगे या फिर सांसद के तौर पर सभी के लिए समान काम करेंगे।
कोरोना से माता-पिता को खोने वाले बच्चों को दाखिले में प्राथमिकता
इस बीच इस बार केंद्रीय विद्यालय संगठन ने फैसला किया है कि केवीएस में उन छात्रों को प्राथमिकता के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा, जिन्होंने कोरोना के कारण अपने माता-पिता को खो दिया है। इस वर्ष कक्षा एक से 12वीं तक किसी भी कक्षा के लिए सभी केंद्रीय विद्यालय में इस नियम का पालन किया जाएगा।