मुरूमसिल्ली जलाशय महानदी संकुल का सबसे पुराना और महत्वपूर्ण जलाशय है, जो धमतरी जिले के मुरूमसिल्ली गांव के पास स्थित है। यह जलाशय महानदी की सहायक नदी सिलियारी नदी पर बनाया गया है। इस जलाशय की विशेषता इसका स्वचालित सायफन स्पिलवे सिस्टम है, जो अपने आप जल के निकासी के लिए कार्य करता है।
यह स्पिलवे सिस्टम एशिया में अपनी तरह का पहला और अद्वितीय निर्माण है, जिसे उस समय के गहन अध्ययन और सूझ-बूझ से तैयार किया गया था। इस सिस्टम को सिविल इंजीनियरिंग की महत्वपूर्ण पुस्तक “ऑटोमेटिक स्पिलवे सायफन ऑफ मुरूमसिल्ली डैम डिजाईन” में उल्लेखित किया गया है, जो इसे एक ऐतिहासिक और तकनीकी उपलब्धि बनाता है।
इस जलाशय के स्पिलवे में मुख्य सायफन के साथ बेवी सायफन भी जुड़े हुए हैं, जो जैसे-जैसे जल स्तर बढ़ता है, अपने आप काम करना शुरू करते हैं। इसके अतिरिक्त, 1978-79 में महानदी परियोजना के तहत रविशंकर जलाशय के निर्माण के बाद मुरूमसिल्ली जलाशय को एक पूरक जलाशय के रूप में उपयोग किया जाने लगा।