रायपुर। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के हालात बन रहे हैैं। इस नाजुक स्थिति में भारत सहित दूसरेे देश अपने नागरिकों को वापस लाने की मुहिम में जुट गए हैैं। ऐसे में छत्तीसगढ़ के 50 छात्र यूक्रेन में फंसे हुए है, जिनकी चिंता अब उनके घरवालों का सता रही है। ऐसे में अपने बच्चों की मदद के लिए परिजनों ने सरकार से अपील की है। उधर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने ये मामला केंद्र सरकार का बताते हुए जरूरत पढ़ने पर विदेश मंत्रालय को अवगत कराने की बात कही है।
गौरतलब है कि यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे तनाव और युद्ध की स्थिति को लेकर छत्तीसगढ़ के उन परिवारों की चिंता बढ़ी हुई है, जिनके बच्चें यूक्रेन के यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा की पढ़ाई कर रहे हैं। युद्ध के हालात के बाद जहां केंद्र सरकार के दूतावास ने यूक्रेन में रहने वाले भारतीयों को भारत लौटने की सलाह दी है। वहीं छत्तीसगढ़ के भी 50 से अधिक छात्र यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं जो युद्ध के हालात से डरे हुए हैं। इससे ज्यादा चिंता उनके घरवालों को हो रही है। छात्र अपने यूनिवर्सिटीज से ऑनलाइन क्लासेस लगाने की मांग कर रहे हैं, ताकि वे सुरक्षित अपने घर पहुंचकर ऑनलाइन पढ़ाई कर सकें।
यूक्रेन में फंसे छात्रों ने बताया कि अभी यूक्रेन में हालात सामान्य हैं, लेकिन बॉर्डर में वार की स्थिति है। अभी यूनिवर्सिटी में कक्षाएं लग रही हैं। इसके चलते उन्हें वापस आने पर पढ़ाई का नुकसान होने की भी चिंता सता रही है। उन्होंने बताया कि मीडिया में जिस तरह की बातें सामने आ रही हैं, वैसी स्थिति यहां नहीं है, दूतावास ने एडवायजरी जारी की है जिसमें उन्हें अपने घर लौटने जैसे बातें कही गई हैं, पर पढ़ाई प्रभावित होने और फ्लाइट महंगे होने के कारण छात्र असमंजस की स्थिति में हैं। छत्तीसगढ़ के छात्र चाहते हैं कि हालत बिगड़ने से पहले ही अपने घर सुरक्षित पहुंच जाएं।
उधर यूपी-पंजाब के चुनाव प्रचार से बुधवार को वापस लौटे सीएम भूपेश बघेल से जब इस मुददें पर सवाल किया गया तो उन्होने स्पष्ट किया कि ये भारत सरकार का मामला है, लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो समय रहते छत्तीसगढ़ के छात्रों के सुरक्षित देश वापसी के लिए विदेश मंत्रालय से बात की जायेगी।