बलौदाबाजार : जिले में इन दिनों आदमखोर बाघ की आमद से इलाके में दहशत का माहौल है। बाघ ने अब तक कई मवेशियों का शिकार कर लिया है तो वहीं वन अमला भी मौके पर तैनात है। वन विभाग के माध्यम से लोगों को सतर्क रहने की अपील की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक 7 मार्च को शिक्षक कांशीराम और ओमप्रकाश पटेल कार से बंदोरा गांव जा रहे थे। इस दौरान बांसकुण्डा से सिरपुर मार्ग पर शाम 5.45 बजे एक बाघ को सड़क पार करते देखा। शिक्षक कांशीराम ने उस बाघ का वीडियो भी बनाया।
जिसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी वनमण्डलाधिकारी को दी। जिसके बाद बलौदाबाजार के वन अधिकारी और कर्मचारी मौके गश्त करने पहुंचे। दूसरे दिन 8 मार्च को रायकेरा और सुकुलबाय के ग्रामीणों ने उसी बाघ को दोबारा देखा। जिसके बाद वनमंडलाधिकारी ने टीम गठित कर मौके के लिए रवाना किया।
वन विभाग की टीम जैसे ही मौके पर पहुंची तो देखा कि अमलार और सुकुलबाल में बाघ ने मवेशियों को मौत के घाट उतार दिया है। जिसके बाद 12 मार्च को बाघ की ट्रेकिंग के दौरान बाघ के पंजे के निशान मिले और फिर 14 मार्च को वन अमने ने निगरानी के दौरान बाघ को देखा।
फिर वन विभाग ने आसपास के गांव में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क रहने की अपील की। फिलहाल वन विभाग की ओर से बाघ पर नजर रखने के लिए गश्त टीम तैनात कर दी है। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से विभाग की ओर से जंगलों में अस्थायी बेरियर बनाया है ताकि कोई भी जंगल की ओर न जाये।