रायपुर नगर निगम की नवनिर्वाचित महापौर मीनल चौबे के शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व महापौर एजाज ढेबर ने हिस्सा नहीं लेंगे । ढेबर ने इस पर नाराजगी जताई और आरोप लगाया कि मीनल चौबे ने पूर्व महापौर, पूर्व सभापति और एमआईसी सदस्यों को शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित नहीं किया।
एजाज ढेबर ने कहा कि मीनल चौबे ने प्रोटोकॉल को नजरअंदाज किया है। उन्होंने कहा कि महापौर बनने के बाद मीनल चौबे को पूर्व महापौर और अन्य प्रमुख नेताओं को फोन करके समारोह के लिए आमंत्रित करना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। ढेबर ने यह भी आरोप लगाया कि मीनल चौबे ने कांग्रेस के किसी पार्षद से कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज यात्रा में भी बात नहीं की, जबकि जब वे महापौर थे, तब सभी दलों के पार्षदों को हर बड़े आयोजन में शामिल किया जाता था।
ढेबर ने एरोगेंसी का आरोप लगाते हुए कहा
ढेबर ने मीनल चौबे पर एरोगेंसी का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि मीनल चौबे समझदार महिला हैं, लेकिन यदि यह किसी के कहने पर हो रहा है तो उन्हें अपने विवेक से काम करना चाहिए।
ट्रिपल इंजन सरकार पर ढेबर की टिप्पणी
इसके साथ ही ढेबर ने प्रदेश में बने ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अब जनता की उम्मीदें बहुत बढ़ गई हैं और उन उम्मीदों को पूरा करना बीजेपी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि अब बीजेपी के पास कोई बहाना नहीं है और उन्हें जमीनी स्तर पर काम करना होगा। ढेबर ने यह भी कहा कि वे अगले 6 महीने तक सरकार के कामकाज पर नजर रखेंगे और उसके बाद विपक्ष की भूमिका में दिखाई देंगे।