रायपुर में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत, मेयर मीनल चौबे ने गंगाजल से किया निगम कार्यालय का शुद्धिकरण, कांग्रेस ने किया विरोध

बीजेपी ने छत्तीसगढ़ के सभी 10 नगर निगमों में जीती जीत: रायपुर में महापौर मीनल चौबे का शपथ ग्रहण
छत्तीसगढ़ के सभी 10 नगर निगमों में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। रायपुर में आज (27 फरवरी) को महापौर मीनल चौबे और 70 भाजपा पार्षदों ने शपथ लेंगे । इस अवसर पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जयेगा जिसमें मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और रायपुर के सभी विधायक-सांसद उपस्थित होंगे। कार्यक्रम में 5000 से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है , और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन भी किया गया है।

गंगाजल छिड़काव को लेकर विवाद

शपथ ग्रहण से पहले रायपुर की नव निर्वाचित महापौर मीनल चौबे ने निगम कार्यालय में गंगाजल छिड़कने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि यह उनकी आस्था का हिस्सा है, जैसे हम घरों में गंगाजल छिड़कते हैं, वैसे ही कार्यस्थल पर भी शुद्धिकरण का यह रूप अपनाया जाएगा। इसके बाद कांग्रेस ने इसे लेकर विरोध जताते हुए कहा कि बीजेपी नेताओं को मानसिक शुद्धिकरण की आवश्यकता है। कांग्रेस संचार विभाग के चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा का अंतःकरण गंगा स्नान के बावजूद शुद्ध नहीं हुआ है और उन्होंने सवाल उठाया कि अगर भ्रष्टाचार हुआ है, तो सरकार कार्रवाई क्यों नहीं कर रही।

बीजेपी का जवाब: कांग्रेस की आलोचना

इस पर भाजपा के मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने कांग्रेस पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी गंगाजल का छिड़काव करके शुद्धिकरण कर रही है तो कांग्रेस को इस पर एतराज क्यों है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को गंगाजल, महाकुंभ और सनातन परंपराओं से परेशानी है। चिमनानी ने यह भी कहा कि बीजेपी को कांग्रेस की किसी भी सलाह की आवश्यकता नहीं है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार मेयर कार्यालय में बदलाव

शपथ ग्रहण के बाद रायपुर नगर निगम में महापौर के कार्यालय में भी बदलाव किया गया है। 15 साल बाद, महापौर की कुर्सी की दिशा बदली जा रही है। अब मीनल चौबे की कुर्सी उत्तरमुखी होगी, जिसे वास्तु शास्त्र के अनुसार किया गया है। यह बदलाव निगम में भाजपा की वापसी का प्रतीक है, क्योंकि पिछले 15 सालों से कांग्रेस के महापौर थे।

बीजेपी की 15 साल बाद वापसी

रायपुर नगर निगम मुख्यालय में 2011 के बाद से लगातार कांग्रेस के महापौर का शासन था। इसके बाद 2015 में प्रमोद दुबे और 2019 में एजाज ढेबर ने इस पद पर कार्य किया। अब 15 साल बाद भाजपा की मीनल चौबे महापौर के पद पर काबिज हुई हैं, जो भाजपा की राजनीति में एक बड़ी जीत मानी जा रही है।

निष्कर्ष:

रायपुर नगर निगम में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत और महापौर मीनल चौबे का गंगाजल से शुद्धिकरण के साथ शपथ ग्रहण, राजनीति में नई बहस का कारण बन चुका है। कांग्रेस ने इस पर तंज कसते हुए मानसिक शुद्धिकरण की बात की, जबकि भाजपा ने अपनी आस्था और परंपराओं का बचाव किया है।

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