अमेरिका की बायोटेक कंपनी कोलोसल बायोसाइंसेज ने 13,000 साल पहले विलुप्त हो चुकी डायर वुल्फ प्रजाति को फिर से जीवित कर इतिहास रच दिया है। वैज्ञानिकों ने पुरानी खोपड़ी और दांत से DNA निकालकर क्लोनिंग व जीन एडिटिंग तकनीक की मदद से तीन शावकों को जन्म दिया—दो नर (रोमुलस और रेमुस) और एक मादा (खलीसी)।
डायर वुल्फ आज के ग्रे वुल्फ से आकार में बड़े और अधिक शक्तिशाली शिकारी माने जाते थे। इनका डीएनए, ग्रे वुल्फ, लोमड़ी और जैकाल से मिलाया गया, फिर CRISPR तकनीक से 20 जेनेटिक बदलाव किए गए।
शावकों को मिक्स ब्रीड हाउंड कुत्तों की मदद से जन्म दिया गया। फिलहाल ये तीनों 2,000 एकड़ के एक संरक्षित इलाके में रखे गए हैं, जहां हाई-सिक्योरिटी इंतजाम किए गए हैं। इन्हें सिर्फ वैज्ञानिक अध्ययन और प्रदर्शनी के लिए रखा जाएगा, प्रजनन की अनुमति नहीं दी जाएगी।
कोलोसल इससे पहले मैमथ, डोडो और तस्मानियाई टाइगर को पुनर्जीवित करने की कोशिशें भी कर रही है, लेकिन डायर वुल्फ प्रोजेक्ट अब तक गुप्त रखा गया था।