रायपुर, 09 अप्रैल 2022 : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर रेल मिनिस्ट्री से 10 पैसेंजर ट्रेनों को एक माह के लिए रदद् करने के फैसले पर तुरंत संज्ञान लेने और ट्रेनें बहाल करने की मांग की है।
मुख्यमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा है कि-
“हद है. रेलवे स्टेशन बेचने के बाद अब मुनाफा कमाने के लिए जनता की तकलीफ को नजरअंदाज करते हुए 10 पैसेंजर ट्रेनों को एक महीने के लिए रद्द कर दिया है.
इस जनविरोधी निर्णय का @RailMinIndia तुरंत संज्ञान लें और ट्रेनें बहाल करें.”
हद है.
रेलवे स्टेशन बेचने के बाद अब मुनाफा कमाने के लिए जनता की तकलीफ को नजरअंदाज करते हुए 10 पैसेंजर ट्रेनों को एक महीने के लिए रद्द कर दिया है.
इस जनविरोधी निर्णय का @RailMinIndia तुरंत संज्ञान लें और ट्रेनें बहाल करें. pic.twitter.com/W4ImVLbf29
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 5, 2022
गौरतलब है कि इसके पहले छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली लोकल ट्रेनों का परिचालन यथावत् जारी रखने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर छत्तीसगढ़ शासन के अपर मुख्य सचिव ने 5 अप्रैल को अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी रेल्वे बोर्ड नई दिल्ली को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र के माध्यम से छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 8 लोकल ट्रेनों का परिचालन बंद होने से छत्तीसगढ़ के नागरिकों को होने वाली दिक्कतों की ओर रेल्वे बोर्ड के अध्यक्ष का ध्यान आकृष्ट करते हुए ट्रेनों का परिचालन यथावत जारी रखने का अनुरोध किया है।
अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने रेल्वे बोर्ड के अध्यक्ष को पत्र में लिखा है कि प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक, दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर द्वारा 31 मार्च 2022 को जारी आदेश द्वारा कुल 10 लोकल ट्रेनों का परिचालन एक माह के लिये बंद कर दिया गया है। इनमें से कुल 08 ट्रेन छत्तीसगढ़ राज्य के अंतर्गत रेल मार्गों से प्रतिदिन आना-जाना करती हैं। इन ट्रेनों के परिचालन बंद करने के पूर्व किसी प्रकार की वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं की गई है।
अपर मुख्य सचिव ने पत्र में लिखा है कि वर्तमान अवधि में चैत्र नवरात्र का समय चल रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य में अनेक देवालयों, मंदिरों में देवी मां के दर्शन करने के लिए सतत् रूप से देश-प्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना-जाना जारी है। देवी दर्शन के स्थानों तक पहुंचने के लिये रेल मार्ग सबसे सुगम एवं अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऐसी स्थिति में छत्तीसगढ़ राज्य में 08 ऐसी ट्रेनों का परिचालन बंद होने के कारण श्रद्धालु एवं आम नागरिक अपने गंतव्य स्थल तक पहुंचने से वंचित हो रहे हैं।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि प्रदेश में मध्यम एवं निम्न वर्ग के अनेक यात्री हैं, जो प्रतिदिन उपरोक्त 08 रेलों से यात्रा करते हुए अपने गंतव्य स्थल तक पहुंचते हैं। लोकल ट्रेनों के बंद होने से प्रतिदिन व्यवसाय, रोजगार एवं शासकीय तथा अर्द्धशासकीय सेवा से जुड़े व्यक्तियों, शालेय एवं महाविद्यालय के छात्रों आदि के जाने-आने में काफी असुविधा हो रही है। ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिये जाने से निश्चित रूप से ग्रीष्मावकाश में की जाने वाली यात्राओं पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
अपर मुख्य सचिव ने पत्र में रेल्वे बोर्ड के अध्यक्ष से उपरोक्त समग्र स्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक, दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर को 31 मार्च 2022 को जारी उनके आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त करते हुए छत्तीसगढ़ से होकर जाने वाली रेलों का परिसंचालन बहाल किये जाने हेतु तत्काल निर्देशित करने का अनुरोध किया है।