ठगी का खुलासा
दुर्ग पुलिस ने बिटकॉइन ट्रेडिंग के नाम पर 36 लाख की ठगी करने के मामले में नागपुर के एक सेंट्रल जीएसटी अधिकारी के बेटे तनमय विनोद कोहड़ (28) को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने बीआईटी कॉलेज दुर्ग की अपनी सीनियर वैष्णवी नायर को ऑनलाइन निवेश में अच्छा रिटर्न देने का झांसा देकर ठगा।
कैसे हुआ संपर्क?
स्मृति नगर जुनवानी की निवासी वैष्णवी ने बताया कि वह 2016 में बीआईटी दुर्ग से इंजीनियरिंग कर रही थीं। उसी दौरान उनके जूनियर तनमय से जान-पहचान हुई थी। वैष्णवी बाद में पुणे की एक आईटी कंपनी में नौकरी करने लगीं। 2019 में तनमय ने अचानक संपर्क किया और कहा कि उसे नौकरी की जरूरत है। बातचीत के दौरान उसने बिटकॉइन ट्रेडिंग के जरिए अच्छे रिटर्न का लालच दिया।
छोटे निवेश से शुरू हुई ठगी
तनमय ने वैष्णवी से 7800 रुपए का शुरुआती निवेश कराया। कुछ दिनों बाद उसने 6500 रुपए का प्रॉफिट देकर उनका भरोसा जीत लिया। इसके बाद तनमय ने वैष्णवी को और बड़े निवेश के लिए प्रेरित किया। इस तरह वह उन्हें अपनी ठगी के जाल में फंसाता चला गया।
ठगी की शिकायत और गिरफ्तारी
ठगी का पता चलने पर वैष्णवी ने 16 अगस्त 2024 को सुपेला थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच के बाद आरोपी तनमय को नागपुर से गिरफ्तार कर लिया।
लोगों को जागरूक करने की जरूरत
इस घटना ने ऑनलाइन निवेश के नाम पर बढ़ती धोखाधड़ी के प्रति सतर्क रहने की जरूरत को रेखांकित किया है। पुलिस ने नागरिकों को आगाह किया है कि अनजान लोगों के साथ ऑनलाइन निवेश करने से पहले पूरी जानकारी लें और सतर्क रहें।