रिलायंस जियो ने हाल ही में एक एडवाइजरी जारी कर चेतावनी दी है कि साइबर अपराधी प्रीमियम रेट सर्विस (PRS) स्कैम के जरिए लोगों को निशाना बना रहे हैं। इसमें इंटरनेशनल नंबर से मिस्ड कॉल देकर यूजर्स को कॉल बैक करने पर मजबूर किया जाता है। कॉल बैक करने पर यूजर्स को प्रति मिनट भारी शुल्क देना पड़ता है।
प्रीमियम रेट सर्विस क्या है?
यह एक विशेष सेवा है, जिसमें कॉल या मैसेज पर सामान्य दरों से कई गुना अधिक शुल्क लगता है। आमतौर पर इसका उपयोग मौसम, राशिफल, टेक सपोर्ट, या एंटरटेनमेंट सर्विस के लिए होता है। स्कैमर्स इसका दुरुपयोग करते हैं।
स्कैम कैसे होता है?
- मिस्ड कॉल ट्रिक: स्कैमर्स इंटरनेशनल नंबर से छोटी अवधि की कॉल करते हैं।
- कॉल बैक का लालच: यूजर कॉल बैक करता है, जिससे भारी शुल्क लगता है।
- अनजान कोड: ये कॉल्स देर रात आते हैं, और अक्सर अज्ञात देश कोड का उपयोग होता है।
कैसे करें पहचान?
- कॉलर नंबर पर + और अज्ञात कंट्री कोड (जैसे +92, +1) हो सकते हैं।
- देर रात अनजान नंबर से आने वाली मिस्ड कॉल्स।
- कॉल बैक करने पर उच्च दर का चार्ज लगना।
स्कैम से बचने के उपाय
- अनजान इंटरनेशनल कॉल्स को नजरअंदाज करें।
- ऐसे नंबरों को ब्लॉक करें।
- कॉल बैक करने से पहले नंबर की जांच करें।
- अपने सिम ऑपरेटर के कस्टमर केयर से सलाह लें।
अगर शिकार हो जाएं तो क्या करें?
- अपने सिम ऑपरेटर को तुरंत सूचित करें।
- स्थानीय पुलिस और साइबर क्राइम विभाग में शिकायत दर्ज करें।
- नंबर ब्लॉक कर भविष्य में ऐसी कॉल्स से बचें।
पोस्टपेड यूजर्स पर ज्यादा खतरा
पोस्टपेड यूजर्स को अक्सर बिल आने तक चार्ज की जानकारी नहीं मिलती। इससे उनके इस स्कैम में फंसने की संभावना अधिक होती है।
स्कैमर्स का फायदा
- कॉल्स से मिलने वाले चार्ज का हिस्सा स्कैमर्स को मिलता है।
- अनचाही सेवाएं जैसे रिंगटोन, गेम्स, अलर्ट आदि एक्टिव करवा कर अतिरिक्त कमाई।
अनचाही सेवाएं बंद कराने का तरीका
अगर किसी अनचाही सेवा का एक्टिवेशन हो जाए, तो तुरंत अपने ऑपरेटर की कस्टमर सर्विस से संपर्क करें और सेवा को बंद कराएं।
इस एडवाइजरी का पालन कर आप खुद को इस तरह की धोखाधड़ी से बचा सकते हैं।