थिएटर में घुसकर खालिस्तान समर्थकों ने मचाया हंगामा
बॉलीवुड एक्ट्रेस और मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी की स्क्रीनिंग के दौरान UK में खालिस्तानी समर्थकों ने हंगामा किया। थिएटर में घुसकर उन्होंने भारत विरोधी नारे लगाए और फिल्म की स्क्रीनिंग रोकने की कोशिश की। इस दौरान तनावपूर्ण माहौल बन गया, लेकिन वहां मौजूद दर्शकों ने विरोध कर उन्हें बाहर कर दिया।
पंजाब में सिख संगठनों का प्रदर्शन
पंजाब में इमरजेंसी के खिलाफ सिख संगठनों ने 17 जनवरी को सिनेमाघरों के बाहर प्रदर्शन किया। PVR ग्रुप के 70-80 थिएटरों में यह फिल्म रिलीज होनी थी, लेकिन विरोध के कारण कई थिएटरों में फिल्म नहीं लगाई गई।
SGPC ने लगाया सिखों की छवि खराब करने का आरोप
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने फिल्म पर सिखों के इतिहास को गलत तरीके से पेश करने और उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया है। SGPC के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर पंजाब में फिल्म पर बैन लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि फिल्म सिखों के बलिदान और संघर्ष को नजरअंदाज करते हुए नकारात्मक छवि प्रस्तुत करती है।
विवादित दृश्य और सेंसर बोर्ड की आपत्तियां
फिल्म में 1975-77 के आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी की सरकार के समय सिखों के खिलाफ हुई घटनाओं को दिखाया गया है। SGPC का कहना है कि इन घटनाओं को गलत तरीके से पेश किया गया है। सेंसर बोर्ड ने भी फिल्म में कई बदलाव सुझाए थे, जिनमें विवादित बयानों और दृश्यों के लिए सोर्स दिखाने की मांग की गई थी।
कंगना ने दी सफाई
पंजाब में फिल्म के विरोध के बाद कंगना ने सोशल मीडिया पर इसे कला और कलाकार का उत्पीड़न बताया। उन्होंने कहा, “मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं और सिख धर्म को करीब से समझा है। यह फिल्म का विरोध करके मेरी छवि खराब करने की कोशिश है।”
लॉ स्टूडेंट ने भेजा नोटिस
पंजाब के एक लॉ स्टूडेंट सफल हरप्रीत सिंह ने कंगना को कानूनी नोटिस भेजकर पूरे पंजाब और सिख समुदाय से माफी मांगने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कंगना ने जवाब नहीं दिया, तो वे कानूनी कार्रवाई करेंगे।
संशोधन के बाद रिलीज हुई फिल्म
इमरजेंसी के कई विवादित दृश्यों और संवादों में सेंसर बोर्ड द्वारा बदलाव के बाद ही इसे रिलीज किया गया। बावजूद इसके, फिल्म सिख संगठनों और खालिस्तानी समर्थकों के विरोध का सामना कर रही है।