छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने अनुशासनहीनता के मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए कोरबा नगर निगम के नवनिर्वाचित सभापति नूतन सिंह ठाकुर को पार्टी से निष्कासित कर दिया।
कैसे बढ़ा विवाद?
कोरबा नगर निगम में बीजेपी को बंपर बहुमत मिला और पार्टी ने अपना मेयर भी चुना। लेकिन, सभापति चुनाव में बगावत देखने को मिली। बीजेपी ने हितानंद अग्रवाल को अधिकृत प्रत्याशी बनाया, लेकिन नूतन सिंह ठाकुर ने निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ा और 32 वोटों से जीत दर्ज की।
डिप्टी सीएम बनाम उद्योग मंत्री की सियासी जंग?
हितानंद अग्रवाल को डिप्टी सीएम अरुण साव का करीबी माना जाता है, जबकि नूतन सिंह की जीत को उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन और विकास महतो का समर्थन मिला। चुनाव के बाद लखनलाल देवांगन ने नूतन की जीत को बीजेपी की जीत बताया और उन्हें बधाई दी।
बीजेपी ने क्यों की कार्रवाई?
हालांकि, पार्टी नेतृत्व ने इसे गंभीर अनुशासनहीनता माना और नूतन सिंह ठाकुर को निष्कासित कर दिया। यह फैसला पार्टी में बढ़ते गुटबाजी के संकेत दे रहा है और डिप्टी सीएम बनाम उद्योग मंत्री के बीच की खींचतान को उजागर करता है।