केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 13-14 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के दौरे पर रहेंगे, जहां वे प्रदेश की पुलिस को प्रेसीडेंट पुलिस कलर अवॉर्ड से सम्मानित करेंगे। यह सम्मान छत्तीसगढ़ पुलिस को उनके लगातार सेवा, शौर्य और समर्पण के लिए दिया जाएगा। इसके अलावा, अमित शाह बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में भी शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर उन्हें पुलिस कलर अवॉर्ड कार्यक्रम और बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह के लिए आमंत्रित किया। रायपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए सीएम साय ने बताया कि यह सम्मान छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए गर्व की बात है, क्योंकि यह पुरस्कार केवल 10-12 राज्यों की पुलिस को ही प्राप्त हुआ है।
प्रेसिडेंट कलर का महत्व
प्रेसिडेंट कलर एक ऐसा सम्मान है जिसे भारत के सर्वोच्च सम्मान के रूप में देखा जाता है। यह सम्मान किसी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश के पुलिस बल को 25 साल की सतत सेवा, शौर्य और समर्पण के बाद दिया जाता है। यह सम्मान पुलिस बल की चाक-चौबंद कार्यशैली और उनके नागरिकों के प्रति समर्पण का प्रतीक है।
इतिहास और परंपरा
ब्रिटिश शासन के दौरान शुरू हुई यह परंपरा, जब किंग्स कलर आर्मी यूनिट्स को ब्रिटिश क्राउन के प्रति निष्ठा के प्रतीक के रूप में दिया जाता था, 1950 में भारत के गणराज्य बनने के बाद बदलकर प्रेसिडेंट्स कलर बन गया। यह अब भारत गणराज्य के प्रति निष्ठा का प्रतीक है।
बस्तर में विकास की दिशा में तेजी
सीएम साय ने अमित शाह को बस्तर की परिस्थितियों के बारे में भी अवगत कराया। उन्होंने बताया कि बस्तर अब नक्सल मुक्त होने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है और प्रदेश सरकार सड़क, स्कूल, स्वास्थ्य सेवाओं और रोजगार के अवसरों पर काम कर रही है।
नक्सल प्रभावित परिवारों के लिए पुनर्वास योजनाएं
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों और नक्सल प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 15,000 मकानों के निर्माण को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि प्रभावित परिवारों को सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन मिल सके।
बस्तर ओलंपिक और युवाओं का समर्थन
सीएम साय ने केंद्रीय गृह मंत्री को बस्तर ओलंपिक के बारे में भी बताया, जिसमें 1.65 लाख से अधिक युवाओं ने हिस्सा लिया है। यह आयोजन शांति और विकास की दिशा में एक सकारात्मक कदम साबित हो रहा है, जो युवाओं को खेलों के माध्यम से जोड़ने के लिए प्रेरित करता है।