कबीरनगर, हीरापुर और बंगाली चौक के बीच 700 मीटर की दूरी पर दो फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा। पीडब्ल्यूडी ने फ्लाईओवर के लिए अंतिम सर्वे पूरा कर लिया है, और अब स्थल की मिट्टी की जांच की जाएगी। मिट्टी परीक्षण की रिपोर्ट आने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
वर्तमान में, कबीरनगर और हीरापुर क्षेत्र के साथ-साथ आस-पास की हाउसिंग सोसायटी के निवासियों को रिंग रोड के एक किनारे से दूसरे किनारे तक जाने में समस्या होती है। सड़क के किनारे खड़े ट्रकों के कारण अक्सर जाम लगता है, और दुर्घटनाओं का खतरा भी बना रहता है। दोनों चौराहों पर सिग्नल पर रुकना पड़ता है, जिससे दुर्ग-भिलाई और जगदलपुर से बिलासपुर की ओर जाने वाले सैकड़ों वाहन प्रभावित होते हैं। यही कारण है कि जाम की स्थिति उत्पन्न होती है।
फ्लाईओवर के निर्माण के बाद, रोजाना लगभग 1 लाख से अधिक लोग 10 मिनट का समय बचाएंगे। कबीरनगर, हीरापुर और बंगाली चौक के आस-पास तेजी से बसावट बढ़ रही है, खासकर रिंग रोड के दूसरी ओर नई कॉलोनियों के निर्माण के कारण। इसके अलावा, सरकारी प्रोजेक्ट्स भी योजनाबद्ध हैं, जिससे भविष्य में रिंग रोड के आस-पास की आबादी में और बढ़ोतरी होगी।
इसलिए, बढ़ते यातायात को ध्यान में रखते हुए, रिंग रोड पर केवल 700 मीटर के दायरे में दो फ्लाईओवर बनाने का निर्णय लिया गया है। फ्लाईओवर बनने से ट्रक और भारी वाहन चौराहों पर रुकने के बजाय सीधे आगे बढ़ सकेंगे, जबकि रिंग रोड के आसपास के निवासी फ्लाईओवर के नीचे की सड़क से आसानी से पार कर सकेंगे। इससे सड़क दुर्घटनाओं के खतरे में भी कमी आएगी।