सनी देओल एक बार फिर अपने जबरदस्त एक्शन और देसी स्टाइल के साथ बड़े पर्दे पर लौट रहे हैं। 10 अप्रैल को रिलीज़ हो रही है उनकी नई फिल्म ‘जाट’, जिसमें उनके साथ नजर आएंगे रणदीप हुड्डा और विनीत कुमार सिंह। फिल्म के ट्रेलर को दर्शकों से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है।
तेलुगु डायरेक्टर गोपीचंद मालिनेनी इस फिल्म के जरिए हिंदी सिनेमा में डेब्यू कर रहे हैं। खास बात ये है कि इस फिल्म में सनी देओल के आइकॉनिक डायलॉग “ढाई किलो का हाथ” को भी नए अंदाज़ में शामिल किया गया है।
सनी बोले – “जाट का मतलब है सच, न्याय और तोड़-फोड़”
सवाल: जाट शब्द सुनते ही आपके ज़ेहन में सबसे पहले क्या आता है?
सनी देओल: जाट को खाना-पीना, तोड़ना-फोड़ना और ज़रूरत पड़ने पर दूसरों की रक्षा करना पसंद होता है। जाट वहीं होता है जो गलत चीज़ को होते नहीं देख सकता।
रणदीप हुड्डा: हमारे यहां तो कहते हैं हनुमान जी भी जाट थे, क्योंकि किसी और की पत्नी के लिए उन्होंने लंका जला दी। जाट यानी – जस्टिस, एक्शन और ट्रुथ। फिल्म में ये तीनों चीजें दिखाई देंगी।
विनीत सिंह: मेरे लिए जाट मतलब ह्यूमर, तेवर, दोस्ती, खेलों में मेडल और दिल से मदद करने वाला इंसान।
जाट मेरी पर्सनैलिटी में है” – सनी देओल
सवाल: क्या सनी देओल की पर्सनैलिटी ‘जाट’ टर्म से मेल खाती है?
सनी: बिल्कुल! ये मेरे डीएनए में है। कई बार हम जो करते हैं, उसका लॉजिक नहीं समझ आता लेकिन वो हमारे खून में होता है।
रणदीप फिल्म में बने विलेन, बोले – “गांव में बातें बनेंगी”
रणदीप: जब पता चला कि मैं फिल्म में जाट नहीं बल्कि एक साउथ इंडियन विलेन का रोल कर रहा हूं, तो थोड़ा अजीब लगा।
विनीत बोले – जाटों से सीखा, प्रीमियर में रेंज रोवर ले जाने की सलाह भी मिली
विनीत: ‘मुक्काबाज़’ की ट्रेनिंग के वक्त पंजाब-हरियाणा के जाट दोस्तों ने खूब साथ दिया। इतना दिल खोलकर मदद की कि मैं हैरान रह गया। वो आज भी कहते हैं – “प्रीमियर में तू हमारी रेंज रोवर लेकर जाया कर।”
त की तो बोले – “सनी देओल की फिल्म है, चल जाएगा!”
कोयल की आवाज और ढाई किलो का हाथ
विनीत: मेरे किरदार सोमलू में कोयल की आवाज बोलना ऑन द स्पॉट इम्प्रोवाइज़ हुआ। गांव के बैकग्राउंड की वजह से ये नेचुरल लगा।
सनी: ‘ढाई किलो का हाथ’ को लेकर शुरू में झिझक थी लेकिन डायरेक्टर ने बढ़िया इस्तेमाल किया। ट्रेलर में आपने देखा ही होगा कि ये सीन जबरदस्त बन पड़ा है।
असल ज़िंदगी में भी “पंगा” लेने से नहीं डरते थे सनी
सनी: यंग एज में झगड़े बहुत होते थे। कोई घूर ले, बस पंगा ले लिया। बोर हो रहे हैं, तो पंगा ले लिया। ये सब तब के किस्से हैं।