रायपुर। राजधानी रायपुर के पॉश इलाके अनुपम नगर में चुनाव की कड़ी सुरक्षा के बावजूद एक दिनदहाड़े डकैती की वारदात सामने आई है। मिलिट्री ड्रेस में आए चार युवक और एक युवती ने एक मकान में घुसकर तीन बुजुर्गों को पिस्टल दिखाकर बंधक बना लिया। डकैतों ने 60 लाख रुपए और जेवर लेकर फरार हो गए। वारदात से इलाके में हड़कंप मच गया।
घटना अनुपम नगर के मकान नंबर डी-14 में हुई, जहां प्रेमा वेलू (71), उनकी बहन रजनी वेलू (67) और भाई मनोहर वेलू (70) रहते हैं। पुलिस के अनुसार, डकैत बिना नंबर की सफेद रंग की रिट्ज कार से आए थे। उन्होंने बुजुर्गों को बंधक बनाकर उनसे नकदी और जेवर लूट लिए। पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची, और फॉरेसिंक, डॉग स्क्वॉड की टीम भी जांच में जुट गई।
पुलिस ने शहर के प्रमुख मार्गों पर नाकेबंदी कर दी है, लेकिन देर रात तक आरोपियों का कोई पता नहीं चल सका।
बुजुर्गों ने बेची थी जमीन, लूट का कारण संभवतः यह हो सकता है
पुलिस के अनुसार, बुजुर्गों ने कुछ दिन पहले अपनी जमीन बेची थी और उस रकम को घर में रखे हुए थे। बताया जाता है कि यह जमीन सकरी (बाराडेरा) रोड पर स्थित चार एकड़ ज़मीन थी। इस रकम को लेकर भाई-बहनों के बीच कोई विवाद भी था, जिसे पुलिस अब एक एंगल के रूप में जांच रही है।
वेल्लू परिवार में कुल 8 भाई-बहन हैं, जिनमें 6 बहनें और 2 भाई शामिल हैं। परिवार के तीन सदस्य, जिनमें दो बहनें और एक भाई, पिछले 10 सालों से इस मकान में एक साथ रह रहे थे। दोनों बहनें प्राइवेट स्कूलों में टीचर थीं, जबकि भाई प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था। यह परिवार मूल रूप से दक्षिण भारत का है। उनके पिता आर्मी के रिटायर्ड मेजर थे, जिनका हाल ही में देहांत हो चुका है।
“लाल सलाम गैंग” का दावा
डकैतों ने जाते-जाते “लाल सलाम गैंग” का नाम लिया, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि ये अपराधी किसी संगठित गैंग से जुड़े हो सकते हैं। पुलिस इस मामले में विभिन्न पहलुओं की जांच कर रही है और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है।