रायपुर में एक डकैती कांड ने पुलिस को चौंका दिया, जब जांच में पता चला कि वारदात के मास्टरमाइंड एक रिटायर्ड फौजी सोम शेखर थे, जिन्होंने सुपारी देकर डकैती को अंजाम दिलवाया। डकैती के बाद पुलिस ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दुर्ग, राजनांदगांव, बलौदाबाजार, रायपुर, बिलासपुर और महाराष्ट्र के नागपुर से आरोपी शामिल हैं।
इस पूरी वारदात में तीन अलग-अलग लेयर के आरोपी थे:
- पहली लेयर: सोम शेखर और उसके करीबी दोस्त देवलाल वर्मा, कमलेश वर्मा।
- दूसरी लेयर: पुरुषोत्तम देवांगन, राहुल त्रिपाठी, नेहा त्रिपाठी, अजय ठाकुर।
- तीसरी लेयर: शाहिद पठान और पिंटू सारावान, जो नागपुर से आए थे।
डकैती को अंजाम देने के लिए, शेखर ने अपने करीबी दोस्त और जमीन दलालों से योजना बनाई थी। घटना के बाद, आरोपी अपना माल बांटने के लिए एक-दूसरे से मिले, और पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से उनकी कार का पीछा किया, जिससे उन्हें सुराग मिला।
पुलिस ने डकैती के 59.50 लाख रुपए और अन्य सामान जब्त किए, जिसमें कारें और गहने शामिल थे। वारदात के दौरान, महिला डकैत नेहा त्रिपाठी ने नकली इंजेक्शन का इस्तेमाल किया था, जिससे पीड़ितों को नशीला किया गया। पुलिस को यह जानकारी भी मिली कि पीड़ित के घर में 2.70 करोड़ रुपए थे, जिनका अनुमान आरोपियों को था, और उन्हें बड़ी रकम की उम्मीद थी।
पुलिस ने पूरे मामले को सुलझाते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया। रायपुर आईजी अमरेश मिश्रा ने इस सफल ऑपरेशन के लिए एंटी क्राइम यूनिट की टीम को 30 हजार रुपए इनाम देने की घोषणा की।