प्रयागराज महाकुंभ में ग्रीस की पेनेलोप और नई दिल्ली के सिद्धार्थ शिव खन्ना ने साधु-संतों की मौजूदगी में हिंदू रीति-रिवाज से शादी की। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि ने कन्यादान किया। शादी दिव्य और आध्यात्मिक तरीके से संपन्न हुई।
योग ने जोड़ा रिश्ता
पेनेलोप, जो ग्रीस में टूरिज्म मैनेजमेंट की ग्रेजुएट हैं, ने बताया कि उनका योग के प्रति रुझान 9 साल पहले थाईलैंड में योग सीखने के दौरान बढ़ा। वहीं उनकी मुलाकात सिद्धार्थ शिव खन्ना से हुई, जो विभिन्न देशों में योग सिखाते हैं। दोनों करीब आए और शादी का फैसला किया।
सनातन धर्म को अपनाया
पेनेलोप ने कहा, “सनातन धर्म ही खुशहाल जीवन और जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्ति का तरीका है। हमारी शादी एक दिव्य और आध्यात्मिक अनुभव रही। मैंने पहली बार भारतीय शादी का हिस्सा बनकर इसे अनुभव किया।”
संगम स्नान की तैयारी
पेनेलोप ने कहा कि 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर संगम में डुबकी लगाऊंगी। महाकुंभ की शुरुआत में शामिल होकर मैं बेहद खुश हूं।
सिद्धार्थ बोले- सबसे प्रामाणिक शादी
सिद्धार्थ ने कहा, “हमने अपनी शादी को सबसे प्रामाणिक तरीके से करने का फैसला किया। प्रयागराज अपनी दिव्यता के कारण इस समय विश्व में सबसे अच्छी जगह है।”
गुरु का आशीर्वाद
स्वामी यतींद्रानंद गिरि ने बताया कि पेनेलोप और सिद्धार्थ पिछले कुछ वर्षों से सनातन धर्म का पालन कर रहे हैं। शादी भारतीय परंपरा के अनुसार संपन्न हुई। पेनेलोप शिव की भक्त हैं और सिद्धार्थ उनके शिष्य हैं, जो योग के माध्यम से सनातन धर्म का प्रचार करते हैं।