प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के असम दौरे पर हैं और मंगलवार को उन्होंने गुवाहाटी में ‘एडवांटेज असम 2.0 समिट’ का उद्घाटन किया। यह समिट इंफ्रास्ट्रक्चर और इन्वेस्टमेंट पर आधारित दो दिवसीय सम्मेलन है। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, “आज दुनिया का भरोसा भारत के 140 करोड़ नागरिकों पर है, जो राजनीतिक स्थिरता और निरंतरता का समर्थन कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “भारत लोकल सप्लाई चेन को मजबूत कर रहा है और दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट कर रहा है। ईस्ट एशिया के साथ हमारी कनेक्टिविटी बेहतर हो रही है, और मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर भी नई संभावनाओं के दरवाजे खोल रहा है।”
7 वर्षों में असम की इकोनॉमी 6 गुणा बढ़ी
पीएम मोदी ने बताया कि असम की इकोनॉमी 2018 में 2.75 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर अब 6 लाख करोड़ रुपये हो गई है। उन्होंने कहा, “असम की इकोनॉमी में यह वृद्धि भाजपा की सरकार के बाद हुई है। हमारी सरकार ने असम के रेलवे बजट को चार गुना बढ़ाकर 10 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचाया है।” असम ने 2030 तक 12.44 लाख करोड़ रुपये का GDP लक्ष्य निर्धारित किया है और पीएम मोदी ने भरोसा जताया कि राज्य इस लक्ष्य को प्राप्त करेगा।
असम का भविष्य उज्जवल
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र नया भविष्य शुरू करने जा रहा है। ‘एडवांटेज असम’ समिट असम को पूरी दुनिया से जोड़ने का एक बड़ा अभियान है। यह समिट असम के समृद्ध भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
टाटा और अडानी ग्रुप की घोषणाएं
टाटा समूह के अध्यक्ष नटराजन चंद्रशेखरन ने कहा कि उनकी कंपनी अगले कुछ सालों में बड़े इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट और ग्रीन एनर्जी में निवेश करेगी। उन्होंने असम के जगिरोआद में 27 हजार करोड़ रुपये के सेमीकंडक्टर यूनिट के निवेश की घोषणा की।
वहीं, अडानी ग्रुप ने असम में 50 हजार करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की। यह निवेश हवाई अड्डों, पावर ट्रांसमिशन, सीमेंट, सड़क परियोजनाओं और राज्य के बुनियादी ढांचे के विकास में योगदान देगा। अडानी ग्रुप के अध्यक्ष गौतम अडानी ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के नेतृत्व में असम में बड़े बदलाव आ रहे हैं। हम असम के विकास में अपना योगदान देने के लिए सम्मानित महसूस कर रहे हैं।”
समिट के दूसरे दिन केंद्रीय मंत्री होंगे शामिल
इस समिट के दूसरे दिन केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, हरदीप सिंह पुरी, सर्बानंद सोनोवाल और पीयूष गोयल वर्चुअल रूप से शामिल होंगे। इन मंत्रीगणों के द्वारा विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी, जैसे सेमीकंडक्टर, हाइड्रोकार्बन्स, एक्सपोर्ट प्रोमोशन और रोड ट्रांसपोर्ट।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का संबोधन
समिट के समापन सत्र में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी संबोधित करेंगी। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने पहले कहा था कि इस सम्मेलन से 120 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव आने की उम्मीद है और कई महत्वपूर्ण समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
इस समिट का आयोजन असम चाय उद्योग के 200 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में किया गया था। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “एक समय था जब असम और पूर्वोत्तर के विकास की उपेक्षा की जाती थी, लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी स्वयं पूर्वोत्तर की संस्कृति के ब्रांड एंबेसडर बन गए हैं।”