पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में हरियाणा, महाराष्ट्र और उपचुनावों में INDIA गठबंधन के खराब प्रदर्शन पर नाराजगी जताई। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “मैंने INDIA गठबंधन बनाया है, और अगर इसका नेतृत्व करने वाले इसे ठीक से नहीं चला पा रहे हैं, तो मुझे मौका दें। मैं बंगाल से ही इस गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए तैयार हूं।” ममता का यह बयान विपक्षी खेमे में हलचल का कारण बन गया है।
ममता बनर्जी के इस बयान को शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत और समाजवादी पार्टी (SP) ने समर्थन दिया है। संजय राउत ने शनिवार को कहा, “हम चाहते हैं कि ममता बनर्जी विपक्षी INDIA गठबंधन की प्रमुख भागीदार बनें। चाहे वह ममता हों, अरविंद केजरीवाल हों या शिवसेना, हम सभी एकजुट हैं। हम जल्द ही ममता से कोलकाता में मुलाकात करेंगे।”
समाजवादी पार्टी के नेता उदयवीर सिंह ने भी ममता के बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा, “लोकसभा चुनाव में यूपी की 80 सीटों में से सपा ने 37 सीटें जीतीं, और पश्चिम बंगाल में TMC ने 42 में से 29 सीटें जीतीं। भाजपा को इन दोनों राज्यों में 35 सीटों का नुकसान हुआ। हम ममता का समर्थन करेंगे, अगर सभी दल सहमत हों।”
भाजपा ने ममता के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विपक्ष के कई नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व पर भरोसा नहीं रखते। वे राहुल को राजनीति का कच्चा खिलाड़ी मानते हैं और विपक्ष में कई लोग उन्हें राजनीतिक विफलता मानते हैं।
ममता से जब उनके उत्तराधिकारी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि TMC एक अनुशासित पार्टी है, जहां कोई भी नेता अपनी शर्तें तय नहीं कर सकता। पार्टी ही यह तय करेगी कि भविष्य में कौन पार्टी का नेतृत्व करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के हर सदस्य की अहमियत है और आज का नया चेहरा कल का अनुभवी नेता बनेगा।