नई दिल्ली/ इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीजन के दूसरे चरण की तैयारियां चरम पर हैं। यूएई में आयोजित होने वाली इस चर्चित टी-20 लीग के लिए सभी टीमें दुबई पहुंच चुकी हैं। टीमों के कुछ खिलाड़ियों ने यहां अपनी ट्रेनिंग भी शुरू कर दी है। हालांकि कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए यहां हर तरह के सुरक्षा उपाय और पाबंदियां लगाई जा रही है। भारत में आयोजित पहले चरण के दौरान कई खिलाड़ी संक्रमित हुए थे, ऐसे में इस बार बीसीसीआई किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरतना चाहती है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड यूएई में होने वाले लीग के दूसरे चरण के 31 मैचों के दौरान खिलाड़ियों, सहयोगी स्टाफ और अन्य हितधारकों के 30,000 से अधिक आरटी-पीसीआर परीक्षण करवाएगा। दुबई स्थित एक चिकित्सा कंपनी वीपीएस हेल्थकेयर को 19 सितंबर से शुरू होने वाले टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों की आपात चिकित्सा, खेल चिकित्सा विशेषज्ञ और यहां तक कि एयर एंबुलेंस की सेवाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है।
खिलाड़ी किसी भी तरह की आपात चिकित्सा के लिए आईपीएल के बायो बबल (जैव सुरक्षित वातावरण) से बाहर न निकलें, इसके लिए चिकित्साकर्मियों को भी खिलाड़ियों के साथ ही जैव सुरक्षित वातावरण में रखा जाएगा। इसके अलावा यहां प्रत्येक तीसरे दिन आरटी पीसीआर परीक्षण करवाया जाएगा। पिछली बार जब यूएई में टूर्नामेंट खेला गया था तब प्रत्येक पांचवें दिन आरटी पीसीआर परीक्षण किया जा रहा था।