रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन शुक्रवार को प्रदेश के कानून व्यवस्थाओं की रेंजवार समीक्षा की। रायपुर रेंज की समीक्षा बैठक में सीएम की तीखी नाराजगी सामने आई। सीएम ने कहा, पिछली कुछ घटनाओं से राजधानी की छवि धूमिल हुई है। उन्होंने राजधानी में पनप रहे भू-माफियाओं पर भी नाराजगी जताते हुए राजस्व और पुलिस विभाग को मिलकर नियंत्रण करने की हिदायत दी है। समापन सत्र में सीएम ने कहा, पुलिस के हाथ लोहे की तरह और दिल मोम जैसा होना चाहिए। बैठक में सीएम ने दो टूक कहा दिया है कि अब अवैध शराब, जुआ-सट्टा, नशाखोरी शिकायतें मिलने पर सीधे तौर पर एसपी जिम्मेदार होंगे।
बैठक में सीएम ने कहा, अधिकारी छत्तीसगढ़ में शांति-सुरक्षा स्थापित करने का संकल्प लेकर जाएं, तभी विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण होगा। शासन के लिए कलेक्टर-एसपी आंख, कान और हाथ है। कानून व्यवस्था दुरुस्त करने में आपकी सबसे अहम भूमिका है। कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस में दो दिनों तक बहुत सार्थक चर्चा हुई है, इसका रिजल्ट दिखना चाहिए। कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, राज्य के संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
आम जनता का विश्वास बना रहे
सीएम ने काह, अपराधियों के मन मेें कानून का भय हो, पीड़ितों को त्वरित न्याय मिले। आम जनता में पुलिस प्रशासन के प्रति विश्वास कायम रहे। बेवजह किसी नागरिक को परेशान न किया जाए। पुलिस का व्यवहार आम नागरिकों के साथ मित्रवत हो। पुलिस थानों का वातावरण ऐसा हो कि आम नागरिक को पुलिस थानों में प्रवेश करते समय सहयोग की उम्मीद हो। हमारी सरकार सुशासन देने के लिए प्रतिबद्ध है और पिछले वर्षों की तुलना में अपराध की संख्या में कमी आई है।
गो-तस्करी और नशाखोरी पर एंड टू एंड कार्रवाई हो
सीएम ने कहा, राज्य में गो-तस्करी व नशाखोरी एक बहुत बड़ी समस्या है। ऐसे मामलों में एंड टू एंड कार्रवाई करें। समाज में अशांति फैलाने वालों, अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखें और उनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधात्मक मामलों में देरी न हो और जिला बदर की कार्रवाई केवल कागजों पर ना हो बल्कि वास्तव में हो।
अवैध शराब की जांच पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं
अवैध शराब को लेकर सीएम ने तीखे तेवर दिखाएं। सीएम ने कहा, अवैध शराब बिक्री की बहुत शिकायत है, जिसमें पुलिस पर संरक्षण के आरोप लगते है, यह बिलकुल नहीं होना चाहिए। कई जगहों में अवैध शराब बिक्री की जांच को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है। इस संबंध में शिकायतें मिलती है कि जांच टीम सही से जांच नहीं कर रही। ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
दुर्ग पुलिस रेंज को ज्यादा मेहनत करने की जरुरत
सीएम ने काह, बिलासपुर पुलिस रेंज में अपराधों में कमी आई है, लेकिन इससे संतुष्ट नहीं होते हुए पुलिस की सक्रियता का स्तर और बेहतर करने की जरूरत है। दुर्ग पुलिस रेंज को और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि हत्या और डकैती के मामले 6 महीने में भी नहीं सुलझ पा रहे हैं, ये उचित नहीं है। राजनांदगांव पुलिस रेंज में कुछ जगह अच्छे काम हुए हैं। सीएम ने जशपुर में हुए काम की भी तरीफ की।
ये निर्देश भी दिए अहम
– राजधानी सहित प्रदेशभर में रात की गश्त बढ़ाएं।
– नशे की खिलाफ जागरूकता अभियान तेज किया जाए।
– योजना बनाकर अपराध और अपराधियों के खिलाफ निरंतर अभियान चलाएं।
– किसान सम्मान निधि के नाम पर हो रही धोखाधड़ी पर सख्त कार्रवाई हो।
– राज्य में नए सिरे से सोशल पुलिसिंग को बढ़ावा दिया जाए।