रायपुर: छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के विभिन्न शहरों के बीच 53 नए मार्गों पर जल्दी ही यात्री बसों का संचालन होगा। यह यात्री बसें अंतरराज्यीय करार के अनुसार दोनों राज्यों के विभिन्न शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच चलेंगी। इसके लिए दोनों राज्यों के परिवहन विभाग अधिकारियों की 17 साल बाद भोपाल में बैठक हुई। इस दौरान दोनों ही राज्यों के अधिकारियों की बीच सहमति बनी है।
चिन्हांकित मार्गों का सर्वे, पहले से चल रही वाहनों की संख्या, समय चक्र और संबंधित जिले के आरटीओ की रिपोर्ट मिलने के बाद परमिट जारी होगा। साथ ही दावा-आपत्तियों की सुनवाई कर निराकरण किया जाएगा। दोनों राज्यों के बीच यात्रियों की संख्या को देखते हुए पिछले काफी समय से इसकी कवायद चल रही थी। 2007 में दोनों राज्यों के बीच हुए अंतरराज्यीय समझौते के तहत 87 बसों का संचालन किया जा रहा है। अतिरिक्त नई बसों के संचालन से यात्री सुुविधा में विस्तार होगा। बता दें कि छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग सचिव एस प्रकाश के नेतृत्व में अपर परिवहन आयुक्त डी रविशंकर, मनोज ध्रुव और मध्यप्रदेश परिवहन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ से मध्यप्रदेश की राजधानी जुड़ेगी
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से मध्यप्रदेश के भोपाल के साथ ही इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, मंडला सहित अन्य प्रमुख जिलों के लिए बस चलेंगी। इनको दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, जगदलपुर, कांकेर धमतरी सहित अन्य प्रमुख शहरों से मध्यप्रदेश के संचालन किया जाएगा। बता दें कि इस समय रायपुर से जबलपुर, छिंदवाडा़, रींवा, सतना,मैहर सहित अन्य शहरों के लिए बसों का संचालन होता है।
महाराष्ट्र से होगा करार
छत्तीसगढ़ से नागपुर, गोंदिया और तुमसर के रास्ते होकर मध्यप्रदेश जाने वाली बसों के महाराष्ट्र परिवहन निगम के अधिकारियों से चर्चा होगी। समझौते के तहत तीनों राज्यों के बीच बसों के संचालन पर विचार किया गया है। बताया जाता है कि इसमें से अधिकांश राष्ट्रीय और राजकीय राजमार्ग से होते हुए चलेगी। इससे तीनों ही राज्यों के यात्रियों के साथ ही राज्य सरकार को राजस्व मिलेगा।
बता दें कि इस समय रायपुर से मध्यप्रदेश के छिंदवाडा़ के लिए कवर्धा और राजनांदगांव के रास्ते संचालन होता है। समझौता होने के पर नागपुर से सावनेर के रास्ते चलाए जाने पर तीनों ही प्रमुख शहर जुड़ने से यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा।