रायपुर , 06 जून 2022 : दवा नियामक प्राधिकरण ने 300 दवाओं पर क्यूआर कोड लगाने की तैयारी कर ली है| इनकी लिस्ट भी स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजी जा चुकी है, ताकि इन्हें क्यूआर कोड के तहत लाने के लिए नियम-कानून में जरूरी बदलाव किए जा सकें। सरकार ने हाल ही में दवाओं को बनाने में इस्तेमाल होने वाले एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंग्रीडिएंट्स पर क्यूआर कोड लगाना अनिवार्य कर दिया था। जिसके बाद ये फैसला लिया गया है।
जिन दवाओं में क्यूआर कोड सुविधा दी जाएगी वो दर्द निवारक, विटामिन सप्लीमेंट, ब्लड प्रेशर, शुगर और गर्भनिरोधक दवाएं आदि आम जरुरत की दवाएं होंगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसमें डोलो, सैरिडॉन, फैबीफ्लू, इकोस्पिरिन, लिम्सी, सुमो, कैलपोल, कॉरेक्स सीरप, अनवांटेड 72 और थाइरोनॉर्म जैसे ब्रांड भी शामिल हैं।
ये सभी दवाएं ज्यादा मात्रा में खरीदी जाती हैं और आम बीमारियों जैसे बुखार, सिरदर्द, वायरल, विटामिन डेफिसिएंसी, खांसी, थाइरॉइड आदि से जुड़ी समस्याओं में इन दवाओं का उपयोग किया जाता हैं।
क्यूआर कोड लगने से असली और नकली दवाओं की पहचान करना आसान हो जाएगा। और इनकी कीमतों में पारदर्शिता आएगी। इसके साथ दवाओ की कालाबाजारी पर भी लगाम लगेगी।