रांची 12मई 2022 : ED ने आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल को मनी लाउंड्रिंग के आरोप में में गिरफ्तार कर लिया गया है, झारखंड की पहली आइएएस अधिकारी हैं जिसे इडी द्वारा गिरफ्तार किया गया है .पूजा सिंघल से पहले जेल जाने वाले झारखंड के दो आइएएस सजल चक्रवर्ती व डा. प्रदीप कुमार शामिल हैं. चारा घोटाले में सजल चक्रवर्ती और दवा घोटाले में प्रदीप कुमार को जेल भेजा गया था.
पूजा की गिरफ्तारी का करण उनके द्वारा आइसीआइसीआइ के खाते में जमा नकद करीब एक करोड़ रुपये की राशि का हिसाब देने में असमर्थ होना है
इडी ने 12 दिन की रिमांड मांगी, पर कोर्ट ने पांच दिन का रिमांड दी है|. इसके बाद पूजा सिंघल को केंद्रीय कारा होटवार भेज दिया गया. इस बीच मनरेगा घोटाले में इडी की कार्रवाई के मद्देनजर केंद्र ने मामले में पूरी रिपोर्ट मांगी है. सीए सुमन कुमार से पूछताछ के दौरान मिली सूचना पर इडी ने कोलकाता में भी बिल्डर के ठिकानों पर छापा मारा.
बैंक खातों की जांच से हुआ खुलासा
खूंटी में हुए मनरेगा घोटाले की जांच के दौरान इडी ने विभिन्न बैंकों से पूजा सिंघल के बैंक खातों और उसमें जमा राशि का ब्योरा मांगा था. बैंकों से मिली जानकारी के विश्लेषण के बाद इडी ने यह पाया कि उनके आइसीआइसीआइ बैंक के खाते में एक करोड़ रुपये नकद जमा हुए थे. इस जमा राशि में उन्होंने 80.48 लाख की लागत पर 13 बीमा पॉलिसी खरीदी थी.
इसके बाद सीए सुमन कुमार व उससे संबंधित खातों में पैसा ट्रांसफर किया. उन्होंने 26 मई 2015 को सुमन कुमार के खाते में 3.96 लाख रुपये ट्रांसफर किये. सुमन और उसके पिता की साझेदारीवाली कंपनी संतोष क्रशर मेटल के खाते में 6.39 लाख और राधेश्याम एक्सप्लोसिव प्राइवेट लिमिटेड के खाते में 6.22 लाख रुपये ट्रांसफर किये. इडी ने 10 मई को पूछताछ के दौरान उनसे उनके बैंक खातों में जमा नकद राशि से संबंधित सवाल पूछे थे.
साथ ही उनके खातों में नकद राशि जमा करनेवालों का ब्योरा मांगा था. 10 मई को पूजा सिंघल ने तत्काल इसका ब्योरा देने में असमर्थता जतायी थी. उन्हें इसी मुद्दे पर अपना पक्ष पेश करने के लिए 11 मई का समय दिया गया था. 11 मई को करीब 10.30 बजे वह इडी कार्यालय में हाजिर हुईं. उनसे लंबी पूछताछ की गयी. हालांकि वह बैंक खाते में जमा नकद राशि का ब्योरा देने में असमर्थ रहीं. फिर इडी ने उन्हें करीब 5.30 बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया.