पेंड्रा। गांजा तस्करी के लिए तस्करों द्वारा नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। इस बार तस्करों ने पुलिस की नजरों से बचने के लिए कार में राजनीतिक पार्टी का नेम प्लेट लगाकर गांजा तस्करी का प्रयास किया। पुलिस ने इस मामले में अंतर्राज्यीय गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 7 लाख रुपये से अधिक मूल्य का गांजा जब्त किया है।
कैसे पकड़ा गया गिरोह?
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि उड़ीसा से दो कारों में भरकर गांजा लाया जा रहा है। आरोपियों ने तस्करी में पुलिस से बचने के लिए एक वाहन पर राजनीतिक पार्टी का नेम प्लेट लगाया था। कार्रवाई करते हुए एएनटीएफ (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स) ने खोडरी जोबाटोला के जंगल में नाकाबंदी की। पुलिस ने आरोपियों को गांजे और वाहनों सहित पकड़ लिया।
तस्करों की जानकारी:
गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के रहने वाले हैं। तस्करी का मुख्य स्रोत उड़ीसा का एक व्यापारी है, जिसका नाम जांच में सामने आया है। तस्करों का विवरण इस प्रकार है:
- भरत बैगा पिता: दरबार बैगा (उम्र: 31 वर्ष), निवासी पटना कला, थाना चचाई, जिला अनूपपुर, मध्य प्रदेश।
- बसंत बैगा पिता: दसरू बैगा (उम्र: 46 वर्ष), निवासी पटना कला, थाना चचाई, जिला अनूपपुर, मध्य प्रदेश।
- अबुल हसन पिता: मोहम्मद सफीक मंसूरी (उम्र: 25 वर्ष), निवासी कोतमा बस स्टैंड, अनूपपुर रोड, वार्ड नंबर 5, थाना कोतमा, जिला अनूपपुर।
- पप्पू नापित पिता: दुलारे नापित (उम्र: 31 वर्ष), निवासी रामपुर खाड़ा, थाना अमलाई, जिला शहडोल, मध्य प्रदेश।
- हजरत अली उर्फ गोलू पिता: हैदर अली (उम्र: 30 वर्ष), निवासी जमडी, पोस्ट जमडी, थाना अनूपपुर, जिला अनूपपुर।
मुख्य आरोपी की तलाश जारी
पूछताछ के दौरान यह सामने आया कि तस्करी का संचालन उड़ीसा के एक व्यापारी द्वारा किया जा रहा था। पुलिस अब मुख्य स्रोत की तलाश में जुटी हुई है।
तस्करों की गिरफ्तारी और जब्त सामान:
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से 7 लाख रुपये से अधिक मूल्य का गांजा और दो वाहन जब्त किए गए हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।