दिल्ली विधानसभा चुनाव में 5 सिख उम्मीदवारों ने सफलता प्राप्त की, जिनमें से तीन भाजपा के टिकट पर और दो आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार थे। खास बात यह रही कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा ने राजौरी गार्डन से जीत हासिल की, जबकि आम आदमी पार्टी के अरविंदर सिंह लवली ने गांधी नगर में शानदार प्रदर्शन किया।
भा.ज.पा. के सभी सिख उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की, जबकि आप के केवल दो उम्मीदवारों को सफलता मिली। भाजपा ने दिल्ली चुनाव में तीन सिख चेहरों को टिकट दिया था, जिनमें से सभी जीत गए। वहीं, आप ने चार सिख चेहरों को मैदान में उतारा, जिनमें से सिर्फ दो ने जीत का स्वाद चखा।
भा.ज.पा. के तरविंदर सिंह मारवाह, जो पहले कांग्रेस में थे, ने जंगपुरा सीट से सिसोदिया को मात्र 675 वोटों के मामूली अंतर से हराया। वहीं, मनजिंदर सिंह सिरसा ने अपनी जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया और दिल्ली की जनता को आप सरकार से मुक्ति मिलने की बात कही।
सिख चेहरों की जीत से दिल्ली में सिखों का राजनीतिक प्रभाव और मजबूत हुआ है, और यह चुनावी परिणाम भाजपा और आप दोनों के लिए महत्वपूर्ण संदेश लेकर आया है।
सिख चेहरों की जीत के साथ दिल्ली की राजनीति में नए समीकरण
- भा.ज.पा. के विजेता सिख चेहरे:
- मनजिंदर सिंह सिरसा (राजौरी गार्डन)
- तरविंदर सिंह मारवाह (जंगपुरा)
- अरविंदर सिंह लवली (गांधी नगर)
- आम आदमी पार्टी के सिख चेहरे:
- पुनरदीप सिंह साहनी (चांदनी चौक)
- जरनैल सिंह (तिलक नगर)
हालांकि, तिमारपुर और शाहदरा से आप के उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन सिख चेहरों की सफलता ने दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय जोड़ दिया।