मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रख्यात साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल का साहित्य विचारों और संवेदनाओं का अद्वितीय संगम है, जो जनमानस को गहराई से छूता है। उनकी रचनाओं में मौलिकता, गहराई और मानवीय सरोकारों की अनूठी झलक मिलती है। उनका सृजन संसार छत्तीसगढ़ की माटी की सुगंध को पूरे देश में बिखेरता है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि ज्ञानपीठ पुरस्कार जैसे प्रतिष्ठित सम्मान से अलंकृत होना न केवल विनोद कुमार शुक्ल की साहित्यिक प्रतिभा की पहचान है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक और साहित्यिक समृद्धि का भी सम्मान है। उन्होंने शुक्ल जी के दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की मंगलकामना की।