छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में न्यायिक रिमांड पर रायपुर जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री और कांग्रेस विधायक कवासी लखमा को मंगलवार को ED कोर्ट में पेश किया जाएगा। मंगलवार को लखमा की 14 दिन की रिमांड पूरी हो रही है, और ED सुनवाई के दौरान उन्हें फिर से न्यायिक रिमांड पर भेजने की मांग करेगी।
इससे पहले, EOW की स्पेशल कोर्ट में लखमा की ओर से लगाई गई अग्रिम जमानत याचिका पर भी सुनवाई होगी। ED और EOW की टीम शराब घोटाले की जांच कर रही है, और लखमा को आशंका है कि उन्हें EOW द्वारा गिरफ्तार किया जा सकता है। इस डर के चलते लखमा के वकील ने अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया है।
ED के आरोप के मुताबिक, लखमा शराब सिंडिकेट का एक अहम हिस्सा थे और उन्होंने सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने वाले इस घोटाले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ED ने दावा किया है कि लखमा को शराब विभाग में हो रही गड़बड़ियों की जानकारी थी, लेकिन उन्होंने इसे रोकने के लिए कुछ नहीं किया।
लखमा पर यह भी आरोप है कि उन्होंने कमीशन के पैसे से अपने बेटे का घर बनवाया और कांग्रेस भवन का निर्माण किया। ED का कहना है कि इस घोटाले के दौरान लखमा को हर महीने 2 करोड़ रुपए मिलते थे, और 3 साल के दौरान उन्हें 72 करोड़ रुपए मिले।
ईडी के अनुसार, इस शराब घोटाले से राज्य को भारी नुकसान हुआ है और शराब सिंडिकेट के लोगों ने 2,100 करोड़ रुपए से अधिक की अवैध कमाई की।