छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी, परिसर खाली कराकर की गई तलाशी

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी मिलने से सोमवार को हड़कंप मच गया। धमकी हाईकोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर ईमेल के माध्यम से भेजी गई थी। ईमेल भेजने वाले ने खुद को ‘मद्रास टाइगर्स फॉर अजमल कसाब’ संगठन से जुड़ा बताया और कोर्ट परिसर में बम लगाने की बात लिखी। इस मेल के सामने आते ही हाईकोर्ट प्रशासन और पुलिस तुरंत अलर्ट हो गए। हाईकोर्ट परिसर को खाली कराकर बम स्क्वॉड, स्निफर डॉग्स और सुरक्षा बलों की मदद से गहन तलाशी अभियान चलाया गया। हालांकि जांच में किसी तरह की विस्फोटक सामग्री नहीं मिली।
धमकी भरा ईमेल ‘abdia@outlook.com‘ नामक आईडी से भेजा गया था, जिसमें अमोनियम सल्फेट आधारित IED लगाए जाने का दावा किया गया था। मेल में अजमल कसाब को दी गई फांसी और कुछ अन्य घटनाओं का हवाला देते हुए इस धमकी को ‘पवित्र मिशन’ करार दिया गया था। ईमेल की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मामला चकरभाठा थाना क्षेत्र में दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। संबंधित ईमेल की टेक्निकल जांच भी साइबर सेल द्वारा की जा रही है।
अमोनियम सल्फेट खुद में विस्फोटक नहीं होता, यह सामान्य तौर पर खाद के रूप में उपयोग किया जाता है। लेकिन अन्य रसायनों जैसे ऑक्सीडाइज़र (पोटैशियम नाइट्रेट, अमोनियम नाइट्रेट) और ईंधन (डीजल, एल्युमिनियम पाउडर) के साथ मिलकर यह एक लो-इंटेंसिटी विस्फोटक डिवाइस बन सकता है। ऐसी IED भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में गंभीर नुकसान पहुंचाने में सक्षम होती है। आतंकी संगठन अक्सर इसकी आसान उपलब्धता और असेंबली के कारण इसका उपयोग करते हैं।
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की धमकी मिली हो। दो महीने पहले कवर्धा कलेक्टर कार्यालय को भी RDX से उड़ाने की धमकी मिली थी, जो कश्मीर से मेल के जरिए भेजी गई थी। वहीं, आठ महीने पहले बिलासपुर से दिल्ली जा रही एक फ्लाइट को भी बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इन सभी मामलों में पुलिस और जांच एजेंसियां पूरी सतर्कता के साथ काम कर रही हैं।