बिलासपुर : हाईकोर्ट ने मस्तूरी क्षेत्र के सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल में छात्राओं द्वारा बीयर पार्टी करने को गंभीरता से लिया है। कोर्ट ने सवाल उठाए हैं कि स्कूल के क्लासरूम में बीयर की बोतल कैसे पहुंची, शिक्षक कहां थे। शासन की ओर से बताया गया कि बच्चे अपने बस्ते में लाए थे। इस पर कोर्ट ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जांच क्यों नही की गई? कल को कोई बारूद या हथियार लेकर पहुंच जाए तो क्या होगा? कोर्ट ने अगली सुनवाई 24 सितंबर तय की है।
कोर्ट ने स्कूल में छात्राओं द्वारा शराबखोरी को बहुत गंभीर मामला माना है। छात्रों की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए डिवीजन बेंच ने कहा कि शिक्षक क्या कर रहे थे। उनको देखना चाहिए कि बच्चे स्कूल में क्या ला रहे हैं। ऐसे में तो कोई कुछ भी लेकर पहुंच जाएगा। शिक्षा विभाग को इस मामले में जांच और कार्रवाई के निर्देश कोर्ट ने दिए।
यह है मामला
मस्तूरी क्षेत्र के भटचौरा हायर सेकेंडरी स्कूल में 29 जुलाई को स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा का जन्मदिन था। छात्राओं ने उस दिन स्कूल के क्लासरूम में ही केक काटा। फिर कोल्ड-ड्रिंक्स और बीयर भी पी गई। छात्राओं ने इसका वीडियो-फोटो बनाया इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर दिया। वीडियो और फ़ोटो में छात्राओं के हाथों में समोसे और स्नैक्स के साथ कोल्ड ड्रिंक, डिस्पोजल और बीयर की बोतल भी नजर आ रही है। जैसे ही सोशल मीडिया पर तस्वीरें सामने आई, हंगामा मच गया।
मामले में अब तक ये हुआ
– विभाग ने जांच टीम बनाकर स्कूल भेजी। 9 सितंबर टीम के सामने पालकों ने गंभीर आरोप लगाए।
– जांच के बाद टीम ने अपनी रिपोर्ट डीईओ को सौंपी।
– रिपोर्ट में स्कूल के प्राचार्य लक्ष्मीनारायण तथ्यों को छिपाने के मामले में आरोपी पाए गए।
– लोक शिक्षण संचालनालय को उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।
छात्राओं ने कहा-सिर्फ बोतल लहराई, सेवन नहीं किया
छात्राओं ने जांच समिति के सामने अपने बयान में कहा है कि उन्होंने केवल बीयर की बोतलें लहराई थीं, सेवन नहीं किया।