बिलासपुर हाई कोर्ट ने आठ महीने से चल रही जांच को लेकर पुलिस अफसरों पर कड़ी टिप्पणी की है। एक आरोपी ने एफआईआर को चुनौती देते हुए हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसके बाद चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की नाराजगी सामने आई। कोर्ट ने डीजीपी को ऑनलाइन उपस्थिति का निर्देश दिया था, लेकिन एडिशनल एजी के अनुरोध पर इसे वापस ले लिया। इसके बावजूद चीफ जस्टिस की नाराजगी कम नहीं हुई, और उन्होंने कहा कि अफसरों की रोज़ मीडिया में तस्वीरें छप रही हैं, लेकिन वे अपने काम में लापरवाह हैं। उन्होंने कहा, “वे बालीवुड स्टार नहीं हैं, जो पलक झपकते काम पूरा कर लें।”
यह मामला सक्ती जिले के डभरा थाना से संबंधित है, जहां आठ महीने से एफआईआर की जांच अधूरी पड़ी है। आरोपी ने इस लापरवाही को चुनौती दी और न्याय की मांग की। चीफ जस्टिस ने अफसरों को फटकार लगाते हुए कहा कि वे अपनी ड्यूटी नहीं निभा रहे हैं और उनकी छवियां मीडिया में छपती रहती हैं। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या अफसरों को खुद को बालीवुड स्टार समझने की भूल हो गई है, जो बिना मेहनत के सब कुछ हो जाए।
कोर्ट ने इस मामले को अन्य एक समान मामले के साथ जोड़ने का आदेश दिया और दोनों मामलों की सुनवाई एक साथ 2 दिसंबर को करने का निर्देश दिया।