रायपुर उत्तर के पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा के खिलाफ कांग्रेस कार्रवाई करेगी। यह फैसला कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया है। दरअसल, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के खिलाफ जुनेजा का सार्वजनिक बयान सामने आया था।
इसके बाद से प्रदेश पदाधिकारियों ने बैठक में कार्रवाई की मांग उठाई। अब आगे की कार्रवाई के लिए AICC को अनुशंसा भेजी जाएगी। बैठक में पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के पार्टी विरोधी बयान पर भी कार्रवाई की मांग उठी थी, हालांकि इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया। वहीं, बिलासपुर के दोनों जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी और विजय पाण्डेय को शो-कॉज नोटिस भेजने का फैसला लिया गया है।
कुलदीप जुनेजा ने लगातार पार्टी में अजीत कुकरेजा की वापसी न करने की मांग उठाई थी। इसके अलावा, पार्टी अध्यक्ष दीपक बैज की कार्यशैली पर भी सवाल उठाते हुए संगठन में बदलाव की जरूरत जताई थी। जुनेजा ने कहा था कि नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस को नहीं, बल्कि मौजूदा संगठन को हार मिली है। इसके अलावा, उन्होंने दीपक बैज को लेकर कहा था कि चार चुनाव हारने के बाद भी यदि इस्तीफा नहीं लिया जाए, तो यह शर्म की बात है।
कुलदीप जुनेजा ने यह भी कहा था कि दीपक बैज की कार्यप्रणाली से कोई खुश नहीं है और संगठन में जल्द बदलाव की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा था कि नए अध्यक्ष से इस लिस्ट को निरस्त करने की मांग करेंगे और संगठन में खरीद-फरोख्त की जांच की आशा जताई।
पार्टी ने भेजा शो-कॉज नोटिस
पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा को पीसीसी ने शो-कॉज नोटिस भेजा है। पार्टी ने उन्हें सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर पार्टी विरोधी बयान देने के लिए यह नोटिस भेजा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नोटिस के मुताबिक, पार्टी के आंतरिक मामलों पर चर्चा के लिए उचित मंच होने के बावजूद जुनेजा बार-बार सोशल मीडिया और अन्य सार्वजनिक मंचों पर अपनी राय व्यक्त कर रहे थे, जिससे पार्टी संगठन की छवि को नुकसान हुआ है।
नोटिस में कहा गया है कि प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। जुनेजा को तीन दिनों के भीतर लिखित में अपना स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
यह नोटिस प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू ने जारी किया है। इसकी प्रतिलिपि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और संबंधित पदाधिकारियों को भी भेजी गई है।
बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा
कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में चल रही इस बैठक में नगरीय निकाय चुनाव में मिली हार और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की परफॉर्मेंस की समीक्षा की गई। बैठक में पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के निवास पर पुलिस की रैकी का मामला भी उठाया जाएगा। साथ ही, कोंटा और सुकमा के राजीव भवन निर्माण पर ED की कार्रवाई और प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू के दिए गए जवाब के बाद आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। इन मुद्दों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की रणनीति तैयार की जाएगी।
इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, पूर्व मंत्री उमेश पटेल और दोनों प्रभारी सचिव समेत तमाम वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद हैं।
बैठक के प्रमुख मुद्दे
- नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की समीक्षा – हाल ही में हुए चुनावों में कांग्रेस को अपेक्षित सफलता नहीं मिली। हार के कारणों की समीक्षा और पंचायत चुनाव में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बनाने की रणनीति तैयार होगी।
- पीसीसी अध्यक्ष के निवास पर पुलिस रैकी का मामला – प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) अध्यक्ष दीपक बैज के निवास पर पुलिस की संदिग्ध गतिविधियों को लेकर बैठक में चर्चा की जा रही है। इसे लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई जा सकती है।
- कोंटा और सुकमा में राजीव भवन निर्माण पर ED की कार्रवाई – प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच को लेकर भी बैठक में रणनीति बनाई जा रही है। प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू से हुई पूछताछ और 3 मार्च को उनकी दोबारा पेशी के मद्देनजर कांग्रेस की ओर से अगली रणनीति पर विचार किया जा रहा है।
- टिकट वितरण विवाद और निष्कासन रद्द करने पर भी होगी चर्चा – इसके अलावा, पिछले चुनावों में टिकट वितरण को लेकर हुई गुटबाजी और विवादों पर चर्चा की जा रही है। साथ ही, जिन नेताओं का निष्कासन हुआ था, उनके मामलों पर पुनर्विचार कर निष्कासन रद्द करने की संभावना पर भी चर्चा हो रही है।
- विरोध प्रदर्शन की रणनीति होगी तैयार – बैठक में तय किया जा रहा है कि प्रदेश सरकार के खिलाफ बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाए। कांग्रेस इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दे रही है और जनता के बीच जाकर सरकार की कार्रवाई का विरोध करने की तैयारी में है।