रायपुर। नगर निगम रायपुर की नवनिर्वाचित महापौर श्रीमती मीनल चैबे ने आज नगर निगम मुख्यालय महात्मा गांधी सदन के प्रांगण से स्वास्थ्य विभाग की 5 ई-रिक्शा टीमों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये टीमें 27 फरवरी से 13 मार्च 2025 तक चलने वाले लिम्फेटिक फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में भाग लेंगी। इस दौरान महापौर ने राष्ट्रीय वेक्टरजनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत सामूहिक दवा सेवन एवं राष्ट्रीय क्रीमी मुक्ति दिवस गतिविधि की शुरुआत की।
इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त श्री अबिनाष मिश्रा, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. विमल किषोर राय, सिटी प्रोग्राम मैनेजर श्री स्वतंत्र रहंगडाले, श्री अषोक सिंह, श्री अनुराग गुप्ता, मलेरिया विभाग विशेषज्ञ श्री कुमार सिंह, और पीसीआई के श्री मिथलेष सिंह भी उपस्थित रहे।
महापौर श्रीमती मीनल चैबे ने ई-रिक्शा वाहनों को हीरापुर, रामनगर, गोगांव और भनपुरी क्षेत्र में सामूहिक दवा सेवन के लिए रवाना किया। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत सामूहिक दवा सेवन की प्रक्रिया 27 फरवरी से 13 मार्च तक की जाएगी। इसमें विभिन्न चरणों के तहत दवा सेवन होगा, जिसमें बुथ लगाकर 27 फरवरी से 2 मार्च तक दवा दी जाएगी, और 3 मार्च से 10 मार्च तक घर-घर जाकर समुदाय स्तर पर दवा वितरण किया जाएगा।
साथ ही, 11 से 13 मार्च तक माॅपअप राउंड आयोजित किया जाएगा, जिसमें छुटे हुए नागरिकों को दवा दी जाएगी। इसके अलावा, 27 फरवरी से 13 मार्च तक मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में ओपीडी के पास बुथ लगाकर भी दवा सेवन कराया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने यह भी जानकारी दी कि फाइलेरिया की प्रारंभिक पहचान के लिए रक्त जांच एकमात्र उपाय है, जो रात्रि 8 बजे से 12 बजे के बीच की जाती है। इस समय क्रीमी के लार्वा माइक्रो फाइलेरिया का घनत्व अधिक होता है।
महापौर और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस अभियान के तहत लिम्फेटिक फाइलेरिया उन्मूलन हेतु चलाए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया और समुदाय को इसके लक्षण और उपचार के बारे में जागरूक किया।