रायपुर/ छत्तीसगढ़ में इन दिनों मौसम लगातार करवट बदल रहा है। प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश तो हो रही है, लेकिन उतनी नहीं जितनी जरूरत है। कई हिस्सों में भारी बारिश तो कहीं हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। खेती-किसानी के कार्य में भी अच्छी बारिश नहीं होने से नुकसान का अनुमान है। इस स्थिति के बीच मौसम विभाग रोजना बारिश का पूर्वानुमान जारी कर रहा है, लेकिन राहत की बारिश का सभी को इंतजार है।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा की माने तो छत्तीसगढ़ में 29 अगस्त को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने और भारी वर्षा होने की भी संभावना है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में गिरावट संभावित है।
प्रदेश में भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यत: दक्षिण छत्तीसगढ़ रहने की संभावना है। मौसम विज्ञानी चंद्रा के मुताबिक एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी, दक्षिण ओडिशा तट, उत्तरी आंध्र प्रदेश तट के ऊपर स्थित है। साथ ही ऊपरी हवा काचक्रीय चक्रवाती घेरा 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। मानसून द्रोणिका थोड़ी प्रबल होकर फिरोजपुर, दिल्ली, ग्वालियर, सीधी, झाड़सुगुड़ा, निम्न दाब का केंद्र होते हुए पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है। एक पूर्व पश्चिम शियर जोन 15 डिग्री उत्तर में 3.1 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है। इन सिस्टमों के प्रभाव प्रदेश में बारिश के आसार बन रहे हैं।