छत्तीसगढ़ में UPSC-PSC कोचिंग के नाम पर 18 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। रायपुर के जीई रोड पर स्थित कौटिल्य एकेडमी के ब्रांच डायरेक्टर पवन टांडेश्वर और उनकी पत्नी रूबी मजूमदार ने छात्रों से परीक्षा की तैयारी करवाने के नाम पर यह रकम ली थी।
जानकारी के अनुसार, दोनों ने करीब डेढ़ दर्जन छात्रों से 18 लाख रुपए लेकर कोचिंग सेंटर खोला था, लेकिन कुछ समय बाद ‘शिफ्टिंग’ के बहाने क्लासें बंद कर दी गईं। इसके कुछ दिनों बाद दोनों पति-पत्नी अचानक गायब हो गए। फैकल्टी को दी गई सैलरी चेक भी बाउंस हो गई।
पेरेंट्स ने बताया कि जब अचानक क्लासेस बंद हो गईं, तो उन्होंने कौटिल्य अकादमी के डायरेक्टर पवन टांडेश्वर से शिकायत की। इस पर पवन ने उन्हें बताया कि कोचिंग को एक नए स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा और अक्टूबर में वहां क्लास शुरू हो जाएगी।
लेकिन अक्टूबर में भी क्लासेस शुरू नहीं हुईं और पुराने क्लासरूम की बिल्डिंग पर ताला जड़ दिया गया। जब छात्रों ने पवन और उनकी पत्नी रुबी से संपर्क करने की कोशिश की, तो दोनों ने बहाने बनाना शुरू कर दिया और कोई ठोस जवाब नहीं दिया। कुछ हफ्तों तक छात्रों को विभिन्न बहानों से टालते हुए पवन और रुबी ने उन्हें इंतजार कराया। फिर उन्होंने छात्रों के फोन नंबर ब्लैकलिस्ट कर दिए, जिससे वे संपर्क नहीं कर सके। इस पर परेशान होकर छात्रों ने सरस्वती नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में FIR दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी रविंद्र यादव ने बताया कि आरोपी पति-पत्नी की तलाश की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
कौटिल्य एकेडमी में पढ़ाने वाले दो फैकल्टी, निशांत और जया, को भी उनकी सैलरी नहीं दी गई। दोनों का आरोप है कि डायरेक्टर पवन ने उन्हें जो चेक दिए थे, वे साइन में मेल न खाने के कारण बाउंस हो गए। इस पर दोनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। वहीं, छात्रों का कहना है कि वे आर्थिक रूप से कमजोर हैं और उन्होंने अपनी मुश्किल से जमा की हुई राशि को कोचिंग की फीस के रूप में दिया था। अब उनके साथ धोखाधड़ी हो गई है और उन्होंने इसके खिलाफ न्याय की मांग की है।