रायपुर में सराफा कारोबारी की पत्नी की संदिग्ध मौत, फांसी के फंदे पर मिला शव

रायपुर में एक सराफा कारोबारी की पत्नी का शव घर की तीसरी मंजिल पर बने स्टोर रूम में फांसी के फंदे से लटकता मिला है। मृतका की पहचान सोना सोनी (42 वर्ष) के रूप में हुई है, जो सदर बाजार में अपने ससुर, पति और दो बेटों के साथ रहती थीं। उनके पति प्रवाल सोनी की पुरानी बस्ती में एक ज्वेलरी शॉप है।
रविवार सुबह जब स्टोर रूम का दरवाजा खोला गया, तो वहां सोना का शव फंदे से लटका मिला। यह मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
5 दिन पहले छोटे बेटे की हुई थी मौत
जानकारी के अनुसार, सोना के छोटे बेटे उदय (12 वर्ष) की 5 दिन पहले संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। उसे पेट दर्द और उल्टी की शिकायत थी, जिसके बाद सुबह उसकी लाश घर में मिली। परिजनों को इस मौत पर भी संदेह है। बताया जा रहा है कि बच्चे के चेहरे का रंग पूरी तरह नीला पड़ गया था, जिससे फूड पॉइजनिंग के अलावा अन्य आशंका भी जताई जा रही है। हालांकि अभी तक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने नहीं आई है।
सुसाइड नोट में बेटे का जिक्र
पुलिस को महिला के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने अपने बेटे की मौत का जिक्र करते हुए लिखा कि वह भी अब उसके पास जा रही हैं। सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग की जांच कराई जा रही है।
मायके वालों ने जताई हत्या की आशंका
महिला के मायके पक्ष ने घटना को लेकर हत्या की आशंका जताई है। उनका कहना है कि जिस लकड़ी से फंदा बांधा गया था, वह काफी ऊंचाई पर थी, जहां बिना सीढ़ी या टेबल के पहुंचना मुश्किल है। साथ ही स्टोर रूम में जमी धूल से साफ है कि किसी भी सामान को हिलाया नहीं गया था।
मृतका के भाई डॉक्टर गौरव और पारस सोनी ने बताया कि महिला की मौत से दो दिन पहले उसे 50 हजार रुपए भी दिए गए थे। उनका आरोप है कि ससुराल वालों का किसी तांत्रिक से संबंध था, जो अक्सर घर आता-जाता था। ऐसे में उन्हें शक है कि महिला और बच्चे की मौत के पीछे ज़हर या तंत्र-मंत्र जैसी कोई साजिश हो सकती है।
पति पर शराब पीकर विवाद करने का आरोप
परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि महिला का पति अक्सर शराब पीकर विवाद करता था। शादी वर्ष 2007 में हुई थी, और तभी से घरेलू तनाव की स्थिति बनी हुई थी।
पुलिस कर रही जांच, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार
जांच अधिकारी एएसआई पांडेय ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। सुसाइड नोट मिलने के बावजूद यह कहना जल्दबाजी होगी कि मामला आत्महत्या का है या हत्या का। रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।