रायपुर। आज पूरी दुनिया महिलाओं के ज़ज्बे व विकास में योगदान को सैल्यूट करने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न आयोजन कर धरती से आकाश तक नारी शक्ति की धमक का आगाज़ कर रही है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की मेयर मीनल चौबे के लीडरशीप में यहां का नगर निगम सैकड़ों महिला अधिकारी-कर्मचारी के साथ शहर विकास में अपनी दमदार भूमिका निभा रही है। मेयर मीनल पिछले 15 सालों से अपनी सक्रियता व लोकप्रियता से इस बार रायपुर की प्रथम नागरिक बनी है, वहीं नगर निगम में महिला अधिकारी-कर्मचारियों की लम्बी फेहरिश्त है जो अपनी जिम्मेदारी से रायपुर का नाम रोशन कर रही है।
रायपुर की अपर आयुक्त कृष्णा खटिक हैं, जो जोन कमिश्नर, डिप्टी कमिश्नर की जिम्मेदारी बखूबी निभा कर इस समय राजस्व, सामान्य प्रशासन जैसे विभागों को लीड करती हैं, ये वही अफसर हैं जो कोरोना काल में पूरे दल-बल के साथ वार्ड और शहर की गलियों में अपनी आमद देती थी। डॉ. अंजली शर्मा, डॉ. दिव्या चंद्रवंशी नगर निगम की उपायुक्त हैं जो इस समय शहर विकास गतिविधियों को जमीनी स्तर पर पूरा करने की जिम्मेदारी निभाती हैं। डॉ. अंजली न सिर्फ आयुर्वेद में स्नातक हैं बल्कि छत्तीसगढ़ के राजस्व विभाग से होने के कारण राजस्व मामलों को निपटाने और स्वास्थ्य गतिविधियों को तेजी से निचली बस्तियों तक पहुंचाने का काम कर रही हैं और इस पूरे काम को धारदार बनाने में नगर निगम सेवाओं से जुड़ी डॉ. दिव्या साथ देती है। डॉ. अंजली कोरोना काल में रायपुर जिला प्रशासन की वह अहम कड़ी रही हैं जो कोरोना वैक्सीन लगाने से चूके हर एक लोगों की शिनाख्त कर सभी के टीकाकरण में बड़ी भूमिका निभा चुकी हैं।
रायपुर शहर की सफाई का पूरा जिम्मा डॉ. तृप्ति पाणीग्रही के हाथों में है जो साफ-सफाई की निगरानी के साथ ही होटल, ठेलों और वेंडिंग जोन में खाद्य पदार्थों के गुणवत्ता की जांच करती दिखाई देती हैं। डिप्टी कमिश्नर प्रीति सिंह की काबिलियत के भी सभी कायल हैं, इनकी निगरानी में रायपुर साइंस कॉलेज ग्राउंड में ऐतिहासिक सैन्य प्रदर्शनी का आयोजन हुआ और सैनिकों के रहने व सभी नगर निगम की सेवाओं को उच्च गुणवत्ता के साथ उपलब्ध कराने का सारा दारोमदार तत्कालीन कमिश्नर श्री अबिनाश मिश्रा ने इन्हें ही सौंपा था। जोन कमिश्नर राजेश्वरी पटेल भी नगर पालिक सेवा संवर्ग से आती हैं और कई बड़े आयोजनों के साथ नागरिक सुविधाओं को आम लोगों तक पहुंचाने में अपनी भूमिका निभाती हैं।
शहरी आवासहीनों को स्वयं का मकान दिलाने की जिम्मेदारी डॉ. संगीता ठाकुर निभाती हैं वहीं शहरी आजीविका से निर्धन परिवारों को जोड़ने, महिला स्व-सहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाने शहरी आजीविका मिशन में प्रबंधन की पूरी जिम्मेदारी महिलाओं की है, जिनमें सुषमा मिश्रा, कोमल भल्ला, रीमा शुक्ला, श्रेया नामदेव, सीमा चतुर्वेदानी, सरिता सिन्हा तीन हजार महिला समूहों से संपर्क बनाए रखकर उन्हें बैंकिंग गतिविधियों से जोड़ने, सुगमता पूर्वक लोन प्राप्त करने, रोजगार से जुड़े प्रशिक्षण व नवाचारों से अवगत कराती हैं। नगर निगम रायपुर के तकनीकी दस्ते में महिला इंजीनियर्स अर्जिता दीवान, नेहा पटेल, मानसी सिंघानिया, श्वेता चंद्रा सहित दो दर्जन से भी अधिक महिलाएं नगर विकास को आकार देती हैं। इनके अलावा जोन, राजस्व, वित्त, स्वच्छता जैसे हर बड़े विभाग में महिलाओं की भूमिका अग्रणी है और इनका साथ पाकर रायपुर नगर निगम बरसों से अपनी एक बड़ी पहचान बना रहा है।