डिजिटल अरेस्ट के कारण महिला की मौत, फेक वॉट्सऐप कॉल्स से बचें, पुलिस के 5 सुझाव…

बीते 30 सितंबर को आगरा की रहने वाली मालती वर्मा के मोबाइल पर 8 मिनट में 10 बार वॉट्सऐप कॉल आई। हर बार मालती को धमकी मिली कि उनकी बेटी सेक्स रैकेट में पकड़ी गई है। गूगल-पे पर तुरंत 1 लाख रुपए भेज दो।
पुलिस इंस्पेक्टर की वर्दी पहने साइबर ठग ने मालती को 4 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा। इस घटना से मालती वर्मा इतना घबरा गईं कि हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई।
डिजिटल अरेस्ट की दूसरी बड़ी घटना देश के जाने-माने उद्योगपति वर्धमान ग्रुप के सीएमडी एसपी ओसवाल के साथ हुई।
फोन पर एसपी ओसवाल से साइबर ठग ने कहा कि उनके नाम पर सुप्रीम कोर्ट का अरेस्ट वॉरंट है। साथ ही उनकी प्रॉपर्टी सील करने का ऑर्डर मिला है। इसे लेकर ठग ने कुछ फेक डॉक्यूमेंट्स भी उन्हें भेजे।
साइबर ठगों ने एसपी ओसवाल को दो दिनों तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा और उनसे 7 करोड़ रुपए ठग लिए। देश में डिजिटल अरेस्ट की घटनाएं पिछले कुछ समय में बहुत तेजी से बढ़ी हैं। इसका बड़ा कारण लोगों में जागरूकता की कमी है।