भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने 12 साल 2 महीने और 25 दिन बाद रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के लिए वापसी की। लेकिन इस वापसी की कीमत 27 साल के जोंटी सिद्धू को चुकानी पड़ी, जिन्हें बिना बताए टीम से बाहर कर दिया गया।
बिना जानकारी के बेंच पर बैठाया गया
जोंटी सिद्धू, जिन्होंने इस सीजन अब तक 163 रन बनाए और 2 विकेट लिए, को अंतिम समय पर टीम से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा, “मैच से पहले तक न तो कप्तान और न ही टीम मैनेजमेंट ने मुझे बताया कि मैं बाहर होने वाला हूं। ड्रॉप होने पर दुख तो होता ही है, लेकिन विराट के साथ न खेल पाने का अफसोस रहेगा। हालांकि, उनके साथ ड्रेसिंग रूम साझा करना और उन्हें खेलते देखना भी शानदार अनुभव है।”
कोहली की वापसी, लेकिन सिर्फ 6 रन बना सके
12 साल बाद रणजी खेलने उतरे विराट कोहली ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक सके और महज 6 रन बनाकर हिमांशु सांगवान की गेंद पर बोल्ड हो गए।
जोंटी सिद्धू की कहानी: एक दिन पहले तक खुश थे, अगले दिन बाहर कर दिए गए
जोंटी ने 29 जनवरी को अपने इंस्टाग्राम पर विराट कोहली के साथ खेलने की खुशी जताई थी। उन्होंने लिखा था, “किंग (विराट कोहली) के साथ फील्ड साझा करना, इस खेल को और भी अधिक पसंद करने का एक कारण है।” लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि वह खुद ही प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिए जाएंगे।
जोंटी सिद्धू – नाम से लेकर खेल तक खास
जोंटी के पिता राजिंदर सिद्धू, पूर्व दक्षिण अफ्रीकी फील्डर जोंटी रोड्स के बड़े प्रशंसक थे। इसी कारण उन्होंने अपने बेटे का नाम जोंटी सिद्धू रखा।
शानदार शुरुआत, लेकिन हालिया फॉर्म रही औसत
- जोंटी ने इस रणजी सीजन की शुरुआत शतक से की थी। अक्टूबर 2024 में छत्तीसगढ़ के खिलाफ रायपुर में नाबाद 103 रन बनाए और प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए।
- पिछले सीजन के अंतिम मैच में भी उन्होंने ओडिशा के खिलाफ नाबाद 105 रन बनाए थे।
- इस रणजी सीजन में 4 मैचों में 163 रन बनाए और 6.39 की औसत से 2 विकेट भी लिए।
- हालांकि, पिछले तीन मैचों में सिर्फ 60 रन बना सके।
जोंटी का करियर विराट से ज्यादा अनुभव वाला
- जोंटी ने 2018 में आंध्र प्रदेश के खिलाफ डेब्यू किया था।
- अब तक 26 फर्स्ट क्लास मैचों में 43.48 की औसत से 1435 रन बना चुके हैं।
- इस दौरान 3 शतक और 8 अर्धशतक जमाए हैं।
क्या विराट की वापसी के लिए सही खिलाड़ी को हटाया गया?
जोंटी सिद्धू का हालिया फॉर्म औसत रहा, लेकिन उनके पिछले प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका मिलना चाहिए था। विराट कोहली जैसे दिग्गज की वापसी जरूरी थी, लेकिन इसके लिए टीम मैनेजमेंट को एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी को बिना बताए बाहर करना कितना उचित था?