रायपुर – आज भारतीय वायुसेना के स्क्वाड्रन लीडर टेस्टिंग पायलट रायपुर निवासी शहीद अरुण केशव सप्रे की पुण्यतिथि पर रायपुर नगर पालिक निगम संस्कृति विभाग द्वारा जोन 4 के सहयोग से निगम मुख्यालय भवन महात्मा गांधी सदन के चतुर्थ तल पर निगम सामान्य सभा सभागार में शहीद को सादर नमन करने उनके तैल चित्र के समक्ष रखे गये संक्षिप्त व गरिमापूर्ण आयोजन में पहुंचकर महापौर श्री एजाज ढेबर, सभापति श्री प्रमोद दुबे, छ.ग. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष एवं नगर निगम की पूर्व महापौर डाॅ. किरणमयी नायक, एमआईसी सदस्य श्री श्रीकुमार मेनन, शहीद अरूण केषव सपे्र की धर्मपत्नी मध्यप्रदेष महिला एवं समाज कल्याण बोर्ड की पूर्व संचालक श्रीमती मीना ताई सपे्र, शहीद के सुपुत्र श्री रूपेष सपे्र, एक्स आर्मी फाउंडेषन के वेलफेयर आर्गनाईजेषन के कैप्टन श्री शैलेष शुक्ला, पूर्व सैनिक सर्वश्री दिनेष मिश्रा, संदीप पुरानकर, गौरव पवार, गंगा प्रसाद शर्मा, भरत शर्मा, आर.के. श्रीवास्तव, एन.के. वर्मा, हीरामन मिश्रा, राकेष प्रताप सिंह, आर.के. सोनी, सामाजिक कार्यकर्ता श्री उचित शर्मा सहित गणमान्यजनों ने श्रद्धांजलि अर्पित की ।
महापौर श्री एजाज ढेबर एवं सभापति श्री प्रमोद दुबे ने कहा कि शहीद पूरे राष्ट्र के लिए गौरव पुरूष होते है। उन्होने मातृभूमि की सेवा करते हुए अपना सर्वस्व न्यौछावर किया। शहीद के स्मरण मात्र से प्रत्येक नागरिक को सकारात्मक उर्जा शक्ति प्राप्त होती है एवं नागरिक देश के लिये अपना सर्वस्व न्यौछावर करने की प्रेरणाषक्ति शहीद के जीवन से प्राप्त करता है। शहीद अरूण केशव सप्रे न केवल रायपुर और छत्तीसगढ के बल्कि राष्ट्र के गौरव पुरूष है। उनका योगदान सदैव ससम्मान स्मरण किया जाता रहेगा।
जानकारी दी गई कि शहीद अरूण केशव सप्रे भारतीय वायु सेना के स्क्वाड्रन लीडर टेस्टिंग पायलट थे। 1971 के भारत और पाकिस्तान के मध्य हुए युद्ध के दौरान युद्धक विमानों को टेस्टिंग कर वायु सेना के लिये तैयार करने की सैन्य सेवा का निर्वहन करने के दौरान वायु सेना के मारूत नामक युद्धक विमान की टेस्टिंग के दौरान हुई आकस्मिक युद्धक विमान दुर्घटना में शहीद अरूण केशव सप्रे का आकस्मिक निधन 21 नवंबर 1971 को हुआ । उनकी मधुर स्मृतियां चिरस्थायी रखने नगर निगम रायपुर के सामान्य सभाहाल में शहीद अरूण केशव सप्रे का तैल चित्र स्थापित किया गया। जहां प्रतिवर्ष नियमित रूप से उनकी जयंती एवं पुण्यतिथि को उनका नमन करने नगर निगम संस्कृति विभाग द्वारा आयोजन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है।