रायपुर। रायपुर नगर निगम द्वारा वर्षा जल का संघहण करने तथा ग्राउंड वाटर रिचार्ज के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी। इसमें विभिन्न तकनीति विशेषगों के साथ वर्षा जल को संरक्षित रखने के कार्य को क्रियान्वित किया जाएगा।
निगम कमिश्नर अबिनाश मिश्रा द्वारा सभी 10 जोनों को वर्षा जल संरक्षण पर कार्य करने के लिए कार्य करने के लिए कहा गया है। इस कार्य के लिए निगम राष्ट्रीय औद्योगिक प्रावधान , केंद्रीय जल बोर्ड, पर्यावरण संरक्षण बोर्ड तथा निगम के इंपेनल्ड भू जल विशेषज्ञों की मदद लेकर वर्षा जल संग्रहण का कार्य क्रियान्वित किया जाएगा।
जोनों को निर्देश दिए गए हैं कुए और तालाब जल संग्रहण के प्राकृतिक संशाधन हैं। इनका जीर्णोद्धार जरूरी है। कुओं और तालाबों के आसपास अतिक्रमण हो तो उन्हें हटाने की कार्रवाई की जाए। यदि वहां नाली का पानी जा रहा हो या दूषित जल जा रहा हो तो उसका ट्रीटमेंट की व्यवस्था की जाए।
जिन घरों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग नहीं लगा हो वहां निगम के इंपैनल्ड भू जल विशेषगों की मदद से रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाई जाए। रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए लोगों में जागरूकता लाने प्रत्येक जोन में ग्राउंड वाटर म्यूजिम बनाने का प्रस्ताव प्रस्तुत करने कहा गया है। ये कार्य करीब 2 हजार वर्गफीट में निर्मित भवन में किया जाएगा। वहां रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगाने के साथ ही ग्राउंड वाटर रिचार्ज सिस्टम भी लगाया जाएगा। पुराने नहरों में अतिक्रमण हटाने और वहां की गंदगी को साफ करने के भी निर्देश दिए गए हैं।