CGPSC घोटाले में टामन और श्रवण की समस्याएं बढ़ गईं: CBI कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा, रिश्तेदारों और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों को नौकरी दिलवाने का आरोप

पूर्व CGPSC अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और श्रवण कुमार गोयल को सोमवार को सीबीआई ने रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया। अदालत में सुनवाई के बाद, दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजने का आदेश दिया गया। उन्हें रायपुर की सेन्ट्रल जेल में रखा जाएगा।
18 नवंबर को सीबीआई ने दोनों को गिरफ्तार किया था और अगले दिन, 19 नवंबर को विशेष अदालत में पेश किया। इसके बाद, उन्हें 7 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेजा गया था। सीबीआई ने घोटाले के सिलसिले में दोनों से पूछताछ की। टामन सिंह सोनवानी पर आरोप है कि उन्होंने अपने रिश्तेदारों और उच्च पदस्थ अधिकारियों के बच्चों को नौकरी दिलवाने में भूमिका निभाई।
CGPSC-2019 से 2022 तक की भर्ती प्रक्रिया में कुछ उम्मीदवारों के चयन को लेकर विवाद उठ रहा है। ईओडब्ल्यू और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोप में मामला दर्ज किया है। PSC ने 2020 में 175 पदों और 2021 में 171 पदों के लिए परीक्षा आयोजित की थी, और इन भर्तियों को लेकर विवाद गहरा रहा है।
आरोप यह है कि तत्कालीन अध्यक्ष सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों के साथ-साथ कांग्रेस नेताओं और उच्च अधिकारियों के बच्चों को नौकरी दिलवाने में अपनी भूमिका अदा की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed